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गुना। गत मंगलवार को आई भीषण बाढ़ के बाद गुना शहर अभी पूरी तरह सामान्य नहीं हो सका है। इसी बीच सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना का दौरा कर कुछ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। हालांकि, इस दौरे में सबसे अधिक प्रभावित कॉलोनियों को नजरअंदाज किए जाने से लोगों में भारी नाराजगी देखी गई। आक्रोशित नागरिकों ने एबी रोड पर चक्काजाम कर दिया, मुख्यमंत्री का पुतला फूंका और "शिवराज मामा वापस लाओ" के नारे लगाए।
इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष सविता अरविंद गुप्ता भी घटनास्थल पर मौजूद रहीं और सीएम-सिंधिया के आने का इंतजार करती दिखीं।
मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री केवल पटेल नगर और पवन कॉलोनी पहुंचे, जबकि न्यू सिटी कॉलोनी, भगत सिंह कॉलोनी, दलवी कॉलोनी और नानाखेड़ी जैसे सबसे अधिक प्रभावित इलाकों को दौरे में शामिल नहीं किया गया। इन क्षेत्रों में घरों की पहली मंजिल तक पानी भर गया था और लोगों को छतों पर शरण लेनी पड़ी थी। स्थानीय रहवासियों ने बताया कि वे अपनी पीड़ा व्यक्त करने के लिए दिनभर भूखे-प्यासे सीएम और सिंधिया का इंतजार करते रहे, लेकिन दोनों नेता बिना मिले ही शिवपुरी के लिए रवाना हो गए।

जैसे ही लोगों को पता चला कि मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री उनके इलाके में नहीं आ रहे। सैकड़ों महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे सड़को पर उतर आए। एबी रोड स्थित नानाखेड़ी मंडी मंडी गेट पर चक्काजाम कर दिया। 'मुख्यमंत्री मुर्दाबाद' और 'शिवराज मामा वापस लाओ' जैसे नारे लगाते हुए लोगों ने सीएम का पुतला फूंक दिया।
स्थिति को संभालने के लिए शाम को कलेक्टर किशोर कन्याल मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने की कोशिश की। इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष सविता गुप्ता ने बताया कि उन्होंने पहले ही मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखकर शत-प्रतिशत मुआवजे की मांग की थी। उन्होंने कहा, "यह मेरा खुद का वार्ड है। यहां लोग खाने और पहनने तक की चीजों से वंचित हैं। मैं दोनों नेताओं के स्वागत के लिए पहले से यहां मौजूद थी, पर वे आए ही नहीं।"
इधर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सोमवार दोपहर को गुना पहुंचे। हेलीपैड से वे सीधे पटेल नगर पहुंचे, जहां उन्होंने अतिवृष्टि से पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और महिलाओं से राखी बंधवाकर उनकी रक्षा का वचन दिया। इसके बाद वे कालापाठा, बूढ़े बालाजी की पवन कॉलोनी सहित कुछ क्षेत्रों में गए और हालात का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से नुकसान का आंकलन, राहत वितरण और मुआवजा संबंधित जानकारी भी ली।
गुना में मंगलवार को 10 घंटे में 9 इंच से अधिक बारिश हुई, जिससे शहर के निचले इलाके जलमग्न हो गए। गोविंद गार्डन, बांसखेड़ी, घोसीपुरा, भुल्लनपुरा, रशीद कॉलोनी और श्रीराम कॉलोनी जैसे क्षेत्रों में 4 से 5 फीट तक पानी भर गया। गोपालपुरा डैम के ओवरफ्लो हो जाने के बाद प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डैम की दीवार जेसीबी से तोड़ दी, जिससे जल का बहाव नियंत्रित किया जा सके। लेकिन इससे नानाखेड़ी, भगत सिंह कॉलोनी और न्यू सिटी कॉलोनी में और ज्यादा जलभराव हो गया।
बाढ़ के कारण एबी रोड की एक लेन पूरी तरह से जलमग्न हो गई थी। नानाखेड़ी मंडी गेट के सामने करीब पांच फीट पानी भर गया। पानी ने डिवाइडर पार कर कॉलोनियों में भी दस्तक दे दी। एक ऑटो और कार पानी में बह गए। शहर की मुख्य सड़क पर कई घंटे तक ट्रैफिक ठप रहा।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दौरे के दौरान कहा कि आपदा की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तत्काल सभी कलेक्टरों को निर्देश देकर राहत कार्य शुरू करवाए। उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री हर चार घंटे में स्थिति की समीक्षा कर रहे थे और स्वयं मैदान में उतरकर राहत कार्यों की निगरानी की। यही एक जिम्मेदार नेतृत्व की पहचान है।"
(रिपोर्ट राजकुमार रजक)