
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत में पाकिस्तानी कलाकारों के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है। फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की मांग की है। इसके साथ ही भारतीय नागरिकों को चेतावनी दी गई है कि अगर वे पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करते हैं तो उन पर देशद्रोह का केस दर्ज किया जाएगा।
FWICE ने मंत्रालय को लिखा पत्र
FWICE के जनरल सेक्रेटरी अशोक दुबे ने ANI से बातचीत में कहा कि ‘लगातार हो रहे आतंकी हमलों को देखते हुए, खासकर हाल ही में पहलगाम में हुए हमले के बाद अब राष्ट्रीय हित सबसे पहले है।’
साथ ही उन्होंने बताया कि फेडरेशन ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिखकर एक अधिसूचना जारी करने की मांग की है। इस अधिसूचना में साफ तौर पर कहा जाए कि अगर कोई भारतीय कलाकार पाकिस्तानी कलाकारों या तकनीशियनों के साथ काम करता है तो उस पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए।
इंडस्ट्री में बैन करने की चेतावनी
अशोक दुबे ने आगे कहा कि FWICE अपने सभी जुड़े संगठनों को भी पत्र लिख रही है। अगर कोई सदस्य दोबारा पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करते देखा गया, तो उसे भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में काम करने से हमेशा के लिए रोक दिया जाएगा।
फवाद खान की फिल्म ‘अबीर गुलाल’ की रिलीज पर रोक
हाल ही में फवाद खान की बॉलीवुड वापसी फिल्म ‘अबीर गुलाल’ भारत में रिलीज होने वाली थी। पुलवामा हमले के बाद पहली बार किसी पाकिस्तानी कलाकार की फिल्म भारत में रिलीज हो रही थी। लेकिन, थिएटर मालिकों ने इस फिल्म की स्क्रीनिंग से इंकार कर दिया है और मेकर्स को भी इस फैसले से अवगत करा दिया गया है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अब भारत में इस फिल्म की रिलीज नहीं होगी।
इसके अलावा FWICE के चीफ एडवाइजर अशोक पंडित ने भी आधिकारिक रूप से पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में बैन करने का ऐलान किया है।
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