
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में अरबपति और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क द्वारा किए गए एक इशारे ने सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा कर दिया है। इस इशारे को कुछ लोगों ने नाजी सलामी बताया है, जिसके चलते मस्क आलोचना के घेरे में आ गए हैं।
ट्रंप के भाषण पर मस्क ने दी प्रतिक्रिया
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण के भाषण में मंगल ग्रह पर इंसानों को भेजने की महत्वाकांक्षी योजना का जिक्र किया। ट्रंप के इस बयान पर एलन मस्क ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि यह समय इतिहास रचने का है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “जब अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री अमेरिकी झंडे को दूसरे ग्रह पर ले जाएंगे, तो यह एक शानदार उपलब्धि होगी। मैं इस सपने को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करूंगा।”
विवादित इशारे ने खड़ा किया बवाल
भाषण खत्म करने के बाद मस्क ने दर्शकों को हाथ उठाकर अभिवादन किया। हालांकि, यह इशारा सोशल मीडिया पर विवाद का कारण बन गया। कई लोगों का मानना है कि मस्क का यह इशारा नाजी सलामी जैसा था, जो तानाशाह एडॉल्फ हिटलर से जुड़ा है। नाजी सलामी में दाहिने हाथ को कंधे के ऊपर 45 डिग्री के कोण पर उठाया जाता है और यह जर्मनी के नाजी शासन का प्रतीक माना जाता है।
सोशल मीडिया पर मिली तीखी प्रतिक्रिया
मस्क के इस इशारे के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर आलोचना शुरू कर दी। एक यूजर ने लिखा, “मुझे यकीन नहीं हो रहा कि मस्क ने ट्रंप समर्थकों को धन्यवाद देने के लिए नाजी सलामी जैसा इशारा किया। यह अस्वीकार्य है।” वहीं, कुछ लोगों ने मस्क का बचाव करते हुए कहा कि उनका इरादा नाजी सलाम करने का नहीं था, बल्कि यह केवल दर्शकों को धन्यवाद देने का तरीका था।
नाजी सलाम का इतिहास
नाजी सलाम 20वीं सदी में तानाशाह एडॉल्फ हिटलर और उसके अनुयायियों द्वारा उपयोग किया जाता था। यह फासिस्ट शासन का प्रतीक बन गया और इसे हिटलर के प्रति निष्ठा दिखाने के लिए किया जाता था। हिटलर के शासन के अंत के बाद इसे पूरी दुनिया में तिरस्कृत और अपमानजनक माना गया।
मस्क ने दी सफाई
विवाद बढ़ने के बाद एलन मस्क ने सफाई देते हुए कहा कि उनका इरादा किसी का अपमान करना नहीं था। उन्होंने अपने बयान में कहा, “मैं केवल लोगों को धन्यवाद दे रहा था। इसे किसी और नजरिए से देखना गलत है।”
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