
भोपाल। विधिक सेवा प्राधिकरण की मदद से एक बुजुर्ग महिला को भरण-पोषण देने के लिए तीनों बहुओं ने हामी भरी है। दरअसल, महिला के पति और दो बेटों की मौत हो चुकी है। वहीं तीसरा बेटा करीब आठ माह पहले कहीं चला गया है।
वृद्धा ने आवेदन देकर कहा था कि बहुओं ने उससे पूरी तरह किनारा कर लिया है। तीनों उसे कोसती हैं और चाहती हैं कि घर और पति की खरीदी एक जमीन उन तीनों के नाम करके वह कहीं चली जाए। वृद्धा ने कहा कि पहले तीनों बहुओं में लड़ाई-बहस भी होती थी, लेकिन उसके खिलाफ तीनों एक हो गई है। वृद्धा ने अपने लिए भरण-पोषण की मांग की थी। मामले में डालसा की काउंसलिंग के बाद तीनों बहुओं ने माना कि वह भरण-पोषण के रूप में एक निश्चित राशि सास को देंगी और उनका खयाल भी रखेंगी। वृद्धा के मुताबिक उसके पति की साल 2016 में मृत्यु हो गई थी। वहीं दो बेटों की मौत बीते चार साल में हो गई। इसके बाद तीसरा बेटा और बहू उसका ध्यान रखते थे क्योंकि दोनों विधवा बहुओं ने घर में रहते हुए भी अपना चूल्हा अलग कर लिया था। अपने भाईयों की मौत से तीसरा भाई बहुत आहत था और शायद इसी डिप्रेशन में वह आठ माह पहले कहीं चला गया। इसके बाद छोटी बहू ने भी उसे कोसना शुरू कर दिया।
भरण-पोषण देना मंजूर किया
तीनों बहुएं उसकी पेंशन एटीएम के जरिए निकाल लेती हैं। उनका कहना है कि मकान और जमीन तीनों के नाम बराबर कर दिया जाए या बेच कर तीनों को पैसा देकर वृद्धा किसी आश्रम में चली जाए। वृद्धा ने कहा कि यह कैसे संभव है। तीनों बहुए रात दिन उसे कोसती और ताना देती हैं कि बेटों के अनिष्ठ के पीछे उसी का हाथ है। बुजुर्ग ने कहा कि वह खाने और दवाई के लिए भी मोहताज है। ऐसे में उसने डालसा की शरण ली। बहुओं को समझाया गया कि सास भी उनके खिलाफ प्रताड़ना का केस लगा सकती है। इसके बाद तीनों ने भरण-पोषण देना मंजूर किया। जानकारी के अनुसार, डालसा के इस फैसले के बाद दोनों पक्ष खुश है। बुजुर्ग का कहना है कि इस फैसले से उन्हें राहत मिली है।
(इनपुट- पल्लवी वाघेला)
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