Naresh Bhagoria
8 Nov 2025
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि सन् 2003 में जन्म-तिथि, राशन कार्ड, स्कूल सर्टिफिकेट जैसे दस्तावेज पर्याप्त थे, लेकिन अब नागरिकता प्रमाण-पत्र मांगा जा रहा है, जो 99% भारतीयों के पास नहीं है। उन्होंने मांग की कि चुनाव आयोग चुनाव की घोषणा होते ही मतदाता सूचियों को फ्रीज करें। सिंह ने कहा कि आयोग जो मतदाता सूची उम्मीदवारों को देती है और चुनाव के दिन जो पीठासीन अधिकारी के पास होती है उनमें अंतर होता है। सैकड़ों मतदाताओं को इस सप्लीमेंट्री सूची की आड़ में मतदान से वंचित किया जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में 10 साल में 88 हजार घुसपैठियों को वापिस भेजा जबकि भाजपा ने 11 साल में केवल 2400 घुसपैठिये ढूंढे, लेकिन बिहार में एक झटके में घुसपैठ का हल्ला मचाकर 62 लाख नाम काट दिए गए। असम में 19 लाख लोग आज भी डिटेंशन कैंप की कगार पर हैं।
कांग्रेस नेताओं ने बताया कि कांग्रेस 5 करोड़ हस्ताक्षरों वाला ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंपेगी। मध्यप्रदेश से 50,000 कार्यकर्ता 100 विशेष ट्रेनों से दिल्ली पहुंचेंगे। रामलीला मैदान से लाखों कार्यकर्ता पैदल मार्च करेंगे और 30 नवंबर को राष्ट्रपति भवन के सामने पांच किलोमीटर लंबी मानव-श्रृंखला बनेगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि कांग्रेस ने 25 दिन पहले हर विधानसभा में एक SIR प्रभारी तैनात किया है, 90% बूथों पर BLA-2 तैयार हो चुके हैं और डेढ़ लाख कार्यकर्ता चौबीस घंटे मैदान में सक्रिय हैं। कांग्रेस एक भी देशभक्त का नाम नहीं कटने देगी।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि हरियाणा में रात दो बजे वोट गायब, सुबह सात बजे भाजपा आगे इसे ब्राजील मॉडल कहते हैं। उन्होंने कहा बिहार में छठ पूजा के नाम पर 40,000 फर्जी वोटर ट्रेनों में घुसाए गए। मध्यप्रदेश में 50 लाख वोट कटने वाले हैं, जिनमें 70% आदिवासी और पलायन मजदूर हैं। उन्होंने कहा कि अठारह हजार नई भर्ती शिक्षक SIR ड्यूटी में लगाए गए —परीक्षा परिणाम कौन निकालेगा? भोपाल में डेंगू नियंत्रण के 1200 कर्मचारी भी इस काम में लगा दिए गए। सज्जन सिंह वर्मा ने कहा 65% पंचायतों में फॉर्म-18 नहीं पहुंचा, 28,000 बीएलओ के मोबाइल नंबर गायब हैं। चार सौ पार का सपना टूटा तो पाँच जून 2025 को भाजपा ने चुनाव आयोग को हथियार बनाया। सात राज्यों में एक ही प्रिंटिंग प्रेस से फर्जी फॉर्म छपवाए गए, और मध्यप्रदेश में 1.5 लाख RSS शाखा प्रभारी बीएलओ बना दिए गए।