Hemant Nagle
15 Nov 2025
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के लाल किला के पास हुए भीषण कार ब्लास्ट का एक और CCTV फुटेज सामने आया है। जिससे इस ब्लास्ट की भयावहता का अंदाजा लग रहा है। यह वीडियो लाल किला अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन का है। धमाके की तीव्रता इतनी थी कि, अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन तक झटका महसूस हुआ, फुटेज में दुकानें और शटर हिलते दिखाई दे रहे हैं।
बता दें कि, 10 नवंबर की शाम सफेद हुंडई i20 कार में धमाका हुआ, जिसमें 13 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हुए। दिल्ली पुलिस और फोरेंसिक टीम मामले की तह तक पहुंचने के लिए जांच में जुटी हुई हैं और पूरे शहर में सुरक्षा अलर्ट जारी है।
10 नवंबर की शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सफेद हुंडई i20 कार में धमाका हुआ। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में देखा जा सकता है कि, धमाका इतना जोरदार था कि जमीन 40 फीट नीचे तक हिल गई। फुटेज में दिखाई दे रहा है कि, 10 नवंबर शाम 6:51 बजे जोरदार धमाका होते ही करीब 40 फीट नीचे पूरा स्टेशन हिल जाता है। खाने की दुकान का काउंटर तक हिल गया, लोग सहम कर इधर-उधर भागते दिखे।
ब्लास्ट सड़क पर हुआ, लेकिन इसकी तीव्रता नीचे चल रहे मेट्रो स्टेशन तक पहुंची। अंडरग्राउंड होने के बावजूद कंपन इतनी तेज थी। जांचकर्ताओं का कहना है कि यह झटका केवल तब महसूस होता है जब धमाका बेहद शक्तिशाली या नजदीकी होता है।
जांच में सामने आया कि, आरोपियों ने वाहन-जनित IED बनाने के लिए तीन कारें तैयार की थीं। सफेद i20 में ब्लास्ट हुआ, वहीं फरीदाबाद के खंदावली गांव में रेड फोर्ड इकोस्पोर्ट बरामद हुई। तीसरी कार की तलाश जारी है। जांच में यह भी पता चला कि, यह व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़ा था।
फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े 3 डॉक्टर समेत कुल 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास 2,900 किलो विस्फोटक, रासायनिक सामग्री और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट बरामद हुए। यह मॉड्यूल कई सालों से सक्रिय था और दिल्ली में विस्फोटक गतिविधियों में शामिल था।

पहला खुलासा: जनवरी में लाल किले की रेकी
जांच में सामने आया है कि, फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मुजम्मिल गनी और धमाके में कथित रूप से मारे गए डॉ. उमर नबी ने जनवरी में कई बार लाल किले का रेकॉन्ग्नाइजेशन किया था। दोनों ने वहां की सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ के पैटर्न को समझा। पुलिस का अनुमान है कि, आतंकियों की योजना 26 जनवरी को लाल किले पर हमला करने की थी, लेकिन यह नाकाम रही।
दूसरा खुलासा: 6 दिसंबर का प्लान फेल
जांच में यह भी पता चला है कि, डॉ. उमर नबी 6 दिसंबर को दिल्ली में एक और हमले की योजना बना रहा था। हालांकि, डॉ. मुजम्मिल गनी की गिरफ्तारी के कारण यह प्लान विफल हो गया। इस अंतरराज्यीय मॉड्यूल का संचालन फरीदाबाद से हो रहा था। गिरफ्तार आरोपियों में 6 डॉक्टर शामिल हैं। श्रीनगर निवासी डॉ. निसार, जो डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ कश्मीर के अध्यक्ष थे, अभी फरार हैं और अल-फलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ाते थे। उन्हें जम्मू-कश्मीर सरकार ने बर्खास्त कर दिया है।
तीसरा खुलासा: विस्फोटक की तैयारी का धोखा
जांच में यह भी सामने आया कि, डॉ. मुजम्मिल गनी फरीदाबाद में अपने किराए के कमरे में विस्फोटक सामग्री जमा कर रहा था। उसने पड़ोसियों को बताया कि, कमरे में रखी बोरियां खाद की हैं, जो कश्मीर ले जानी हैं।

10 नवंबर शाम 6:52 बजे: सफेद i20 कार में धमाका, लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास।
कुछ सेकंड में: अंडरग्राउंड स्टेशन में कंपन, स्टॉल और दुकानों के शटर हिले।
फरीदाबाद में कार बरामद: रेड फोर्ड इकोस्पोर्ट। तीसरी कार की तलाश जारी।
गिरफ्तारी: 3 डॉक्टर समेत 8 आरोपी गिरफ्तार, 2,900 किलो विस्फोटक बरामद।
सुरक्षा: पूरे दिल्ली में हाई अलर्ट, फोरेंसिक जांच और स्पेशल सेल की कार्रवाई।