फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री का जन्म 10 नवंबर 1973 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ। वो आज अपना 52वां जन्मदिन मना रहे है। उन्होंने पहले पत्रकारिता और टीवी‑विज्ञापन में काम किया और फिर 2005 में Chocolate फिल्म से निर्देशन शुरू किया। उन्हें असली पहचान 2019 में The Tashkent Files और 2022 में The Kashmir Files से मिली। उनकी फिल्मों का मकसद सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि लोगों को सोचने और समझने के लिए प्रेरित करना होता है। विवादित और सामाजिक मुद्दों पर फिल्म बनाने की उनकी शैली ने उन्हें सिनेमा में खास पहचान दिलाई।
दिग्गज फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री का जन्म 10 नवंबर 1973 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ। उनके पिता प्रोफेसर प्रभोदयाल अग्निहोत्री और माता शारदा अग्निहोत्री हैं। बचपन में उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानियाँ रही, जिससे उन्हें पढ़ाई और किताबों में ज्यादा समय बिताना पड़ा। इसी दौरान उन्होंने साहित्य और भारतीय संस्कृति में रुचि विकसित की और अपनी रचनात्मक क्षमता को निखारा।
ग्वालियर में स्कूली शिक्षा के दौरान उन्होंने साहित्य, संस्कृत और भारतीय दर्शन में गहरी समझ हासिल की। उन्होंने बचपन में ही कई किताबें पढ़ीं और खुद लिखी हुई सामग्री को टाइप कर कॉपियों में बदलने का शौक रखा। यह उनका रचनात्मक व्यक्तित्व और जीवन के प्रति गंभीर दृष्टिकोण विकसित करने का समय था।
विवेक अग्निहोत्री ने अभिनेत्री और निर्माता पल्लवी जोशी से 28 जून 1997 को विवाह किया। दोनों की मुलाकात एक रॉक कॉन्सर्ट में हुई और तीन साल की डेटिंग के बाद उन्होंने शादी की। इस जोड़े के दो बच्चे हैं। विवेक और पल्लवी दोनों पेशेवर रूप से फिल्म और टीवी क्षेत्र में सक्रिय हैं और अपने घर‑परिवार के साथ संतुलित जीवन जी रहे हैं।
विवेक अग्निहोत्री ने बॉलीवुड में अपना निर्देशन 2005 में Chocolate से किया, जो एक हॉलीवुड फिल्म के रीमेक भी थी।
शुरुआत में यह फिल्म बॉक्स‑ऑफिस पर खास कमाल नहीं कर पाई, लेकिन विवेक ने हार नहीं मानी और निर्देशन के क्षेत्र में लगातार काम किये। उन्होंने इस दौरान विभिन्न शैलियों में काम किया, जिससे उनकी पहचान धीरे‑धीरे बनती गई।
विवेक अग्निहोत्री की असली लोकप्रियता तब आई जब उन्होंने The Tashkent Files (2019) बनाई, जो राजनीतिक व ऐतिहासिक विवादों से जुड़े विषय पर आधारित थी। इसके बाद 2022 में रिलीज़ हुई The Kashmir Files ने बॉक्स‑ऑफिस पर धमाका किया और राष्ट्रीय चर्चा में शामिल हो गई। इस फिल्म को 69वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में “राष्ट्र‑एकता पर सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म” का पुरस्कार भी मिला।
The Kashmir Files की सफलता के बावजूद, विवेक ने पारंपरिक बॉलीवुड अवार्ड्स को लेकर अपनी नाराजगी भी जाहिर की। उन्होंने कहा कि प्रकृति‑घटित यह संस्थाएँ “स्टार्स के अलावा किसी को नहीं महत्व देती” और इसीलिए उन्होंने Filmfare Awards में भाग लेने से इंकार किया।
विवेक अग्निहोत्री की फिल्मों में विवादित सामाजिक‑राजनीतिक विषयों को उठाया गया है और उन्हें कई बार निशाना बनाया गया है। The Kashmir Files को कुछ समीक्षकों ने “उग्र प्रवचन” कहकर आलोचना की है।
इसके अलावा, उनके करिअर के आरंभिक दौर की फिल्मों जैसे Chocolate, Hate Story और Zid को भी आलोचनात्मक प्रतिक्रिया मिली।
The Tashkent Files (2019) – राजनीतिक विवाद
विवेक अग्निहोत्री की फिल्म The Tashkent Files भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की अचानक मृत्यु पर आधारित थी। यह राजनीतिक और ऐतिहासिक विषय उठाने वाली फिल्म थी, जिसपर कई आलोचकों ने इसे “प्रोपेगेंडा फिल्म” करार दिया। कुछ समीक्षकों का कहना था कि फिल्म में तथ्यों का संतुलित चित्रण नहीं किया गया और इसे विवादित बताया गया। इसके बावजूद फिल्म ने दर्शकों का ध्यान खींचा और अग्निहोत्री की पहचान मजबूत हुई।
The Kashmir Files (2022) – सामाजिक बहस
The Kashmir Files में कश्मीर के हिंदू पंडितों के निर्वासन और उनके दर्द को दिखाया गया। फिल्म ने बॉक्स‑ऑफिस पर जबरदस्त सफलता पाई, लेकिन इसके साथ ही आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा। कुछ लोगों ने इसे “उग्र प्रवचन” कहा और कहा कि फिल्म में तथ्यों को पक्षपाती ढंग से पेश किया गया। विवेक ने स्वीकार किया कि उन्हें और उनकी फिल्म को बॉलीवुड के कुछ वर्गों द्वारा निशाना बनाया गया।
The Bengal Files (2025) – आगामी विवाद
अग्निहोत्री की ट्रायोलॉजी की अगली फिल्म The Bengal Files 1946 के बंगाल के घटनाक्रम पर आधारित है। रिलीज़ से पहले ही इस फिल्म के खिलाफ विवाद शुरू हो गए। पश्चिम बंगाल के कुछ थिएटर मालिक कथित रूप से फिल्म को स्क्रीन करने से हिचक रहे हैं, जबकि एक परिवार ने नोटिस भेजा कि उनकी पूर्वज की छवि फिल्म में गलत तरीके से दिखाई गई है।
The Bengal Files ट्रायलॉजी का तीसरा भाग
वे अगले प्रोजेक्ट “The Bengal Files” पर काम कर रहे हैं, जो उनकी “Files” सीरीज़ का तीसरा भाग होगा। यह फिल्म पहले “The Delhi Files – The Bengal Chapter” के नाम से घोषित हुई थी। फिल्म का केंद्र बिंदु है 1940‑50 के बंगाल में हुए सांघिक हिंसा‑घटनाएं, जिसे उन्होंने बड़े पैमाने पर दिखाने का प्रयास किया है।
Parva: An Epic Tale of Dharma महाकाव्य फ्रैंचाइजी
इसके अलावा अग्निहोत्री ने एक और बड़े प्रोजेक्ट Parva: An Epic Tale of Dharma की घोषणा की है, जिसे तीन भागों में बनाया जाना है। इस फिल्म का आधार है कन्नड़ लेखक S. L. Bhyrappa की किताब Parva, जो कि Mahabharata के व्यक्तिगत दृष्टिकोण से लिखे गए संस्करण पर आधारित है।
अग्निहोत्री ने कहा है कि यह फिल्म सिर्फ मिथक नहीं बल्कि “इतिहास” की तरह प्रस्तुत होगी।
विवेक अग्निहोत्री का फिल्मी सफर लगातार चर्चा में रहा है। उनके शुरुआती अनुभव से लेकर विवादित फिल्मों और राष्ट्रीय पुरस्कार तक, हर कदम पर उन्होंने अपने दृष्टिकोण और कहानी कहने के अंदाज से लोगों का ध्यान खींचा। विवादों के बावजूद उनकी फिल्मों ने दर्शकों के बीच जगह बनाई और सामाजिक‑राजनीतिक मुद्दों पर बहस को जन्म दिया। विवेक अग्निहोत्री न केवल एक निर्देशक बल्कि एक ऐसे कहानीकार के रूप में उभरे हैं, जो फिल्मी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने में सफल रहे हैं।