
भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जल्द ही राज्य में जनता दरबार लगाएंगे, जिसमें सीएम जनता की समस्याएं सुनेंगे। इससे पहले जनता दरबार लगाने की शुरूआत 6 जनवरी से होने वाली थी लेकिन किसी कारण वश इस दिन जनता दरबार नहीं लग पाया था। इसके साथ ही अब जनता दरबार में भाग लेने वालों के लिए नई गाईडलाईन जारी की गई है।
सीएम सचिवालय ने नया फार्मेट किया तैयार
दरअसल, सीधे जनता दरबार लगाने से बहुत लोगों की भीड़ पहुंचने की संभावना है। ऐसे में भीड़ नियंत्रण के लिए सीएम सचिवालय ने एक नया फार्मेट तैयार किया है। जसमें शिकायतकर्ता पहले मौजूदा सीएम हेल्पलाइन सिस्टम के माध्यम से अपनी शिकायतें दर्ज करेंगे। सभी शिकायत करने वालों को मुख्यमंत्री से मिलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पहले अधिकारी जनता की शिकायतें सुनेंगें, जो समस्या उनसे हल हो सकेगी उसे वहीं निपटाएंगे, इसके बाद कुछ ही शिकायतकर्ताओं को मुख्यमंत्री से मिलने दिया जाएगा।
ऐसा रहेगा शिकायत करने का फॉर्मेट
जनता दरबार में भाग लेने के लिए, शिकायतकर्ता पहले मौजूदा सीएम हेल्पलाइन सिस्टम के माध्यम से अपनी शिकायतें दर्ज करेंगे। पोर्टल में एक नया विकल्प जोड़ा जाएगा, जिससे शिकायतकर्ता सीएम से मिलने का अनुरोध कर पाएंगे। इसके बाद अधिकारी उन शिकायतों की जांच करेंगे और चुने गए व्यक्तियों को ही जनता दरबार के दौरान सीएम से मिलने का मौका दिया जाएगा।
फरवरी माह में लग सकता है जनता दरबार
पहले जनता दरबार 6 जनवरी को शुरू होने वाला था, लेकिन तब जनता दरबार में आने वाले लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के इंतजाम नहीं हो पाए। इतना ही नहीं यह भी सुनिश्चित किया जाना था कि सीएम मोहन यादव तक वही लोग पहुंच पाएं जिनकी शिकायत उस योग्य हो। इसलिए अब सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर नया विकल्प जोड़ा जाएगा और उसके बाद ही जनता दरबार लगाया जाएगा। सीएम के करीबी अधिकारियों ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर आवश्यक सुविधाएं जुड़ने के बाद, आने वाले हफ्तों में जनता दरबार शुरू हो जाएगा।
ये भी पढ़ें- 19 January 2025 Panchang : रविवार के दिन बन रहे हैं ये शुभ योग, पंचांग से जानें आज का मुहूर्त
One Comment