People's Reporter
5 Nov 2025
छिंदवाड़ा। जिले के पांढुर्णा में शनिवार को परंपरागत गोटमार मेला उत्साह और आस्था के साथ मनाया जा रहा है। सुबह से ही जाम नदी के दोनों किनारों पर जुटी भीड़ ने परंपरा के अनुसार एक-दूसरे पर पत्थरों की बौछार शुरू कर दी। दोपहर 12 बजे तक 42 लोग घायल हो चुके हैं। घायलों का उपचार मौके पर ही लगाए गए अस्थाई शिविरों और अस्पतालों में किया जा रहा है।
मेला शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हो, इसके लिए प्रशासन ने इस बार विशेष तैयारी की है। 600 से अधिक पुलिसकर्मी और 200 स्वास्थ्यकर्मी मौके पर तैनात किए गए हैं। भीड़ को नियंत्रित करने और हिंसक झड़पों को रोकने के लिए नदी किनारे बैरिकेड्स लगाए गए हैं। पुलिस बल लगातार निगरानी कर रहा है ताकि कोई अप्रिय स्थिति न बने।
गोटमार मेले की परंपरा सदियों पुरानी है। मान्यता है कि जाम नदी के दोनों ओर से युवक-युवतियां पत्थर बरसाकर अपनी बहादुरी और साहस का परिचय देते हैं। समय के साथ यह परंपरा कई बार हिंसक रूप ले चुकी है और विवादों में भी घिरी रहती है। बावजूद इसके, स्थानीय लोगों में इस मेले के प्रति गहरी आस्था और उत्साह बना हुआ है।