भारतीय सेना के विशेष अधिकारी NSG के ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा ने रविवार को राजस्थान के बंदी के राजा के रूप में पदभार ग्रहण किया है। बता दें पाग समिति के प्रवक्ता अरिहंत सिंह को हाड़ा राजपूत राजवंश के नए प्रमुख का चयन करने के लिए नियुक्त किया गया था। वहीं पाग समिति के संयोजक शक्ति सिंह रामपुरिया के अनुसार, इस पद के लिए कई दावेदार थे लेकिन योग्य उत्तराधिकारी के रूप में ब्रिगेडियर भूपेश को पाग का हकदार माना गया है।
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शौर्य चक्र से सम्मानित हैं भूपेश सिंह
आपको बता दें की बूंदी के हाड़ा राजाओं को महाराव राजा की उपाधि हासिल थी। इनसे पहले बूंदी के 25 राजा हुए हैं। महाराव राजा रणजीत सिंह का 2010 में निधन हो गया था। इसके बाद से राजगद्दी सूनी पड़ी थी। पाग समिति एक साल से राज्याभिषेक के लिए योग्य उत्तराधिकारी तलाश रही थी। बता दें ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा को राष्ट्रपति ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था।
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12 साल बाद बांधी गई पगड़ी
ब्रिगेडियर भूपेश हाड़ा को पाग समिति बूंदी ने 26वां महाराव राजा घोषित करते हुए पाग बांधने का फैसला लिया। बता दें कि बूंदी के पूर्व राजघराने की पाग का मसला 12 साल से सुलझ नहीं रहा था। वहीं पाग समिति का दावा है कि उसके पास 118 ठिकानों में से, 108 ठिकानों का लिखित सहमति पत्र है। ब्रिगेडियर भूपेश हाडा शौर्य चक्र, विशिष्ट सेवा मेडल विजेता हैं। ब्रिगेडियर रैंक पर पहुंचने वाले, एवरेस्ट फतेह करने वाले पहले शख्स हैं।
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