Manisha Dhanwani
23 Oct 2025
Shivani Gupta
23 Oct 2025
Priyanshi Soni
23 Oct 2025
दीपावली के दौरान भोपाल में ‘कैल्शियम कार्बाइड गन’ से कई बच्चे घायल हो गए थे। अब जिला कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने इस गन की खरीद, बिक्री और भंडारण पर प्रतिबंध लगा दिया है। आदेश के मुताबिक, जो भी व्यक्ति इस गन को बेचेगा या रखेगा, उसके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी।
दिवाली की रात राजधानी भोपाल में 60 से ज्यादा लोग, जिनमें ज्यादातर 8 से 14 साल के बच्चे थे, कार्बाइड गन से घायल हो गए। कई बच्चों का चेहरा झुलस गया और कुछ की आंखों की रोशनी जाने की नौबत आ गई। सभी घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किया गया।
प्रतिबंध के आदेश के बाद कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने गुरुवार को हमीदिया अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने घायलों से मुलाकात की और उनके परिजनों से बातचीत की। कलेक्टर ने डॉक्टरों से बच्चों के इलाज की जानकारी भी ली।
हर साल दिवाली पर पटाखों से हादसे होते हैं, लेकिन इस बार बाजार में आई कैल्शियम कार्बाइड गन ने कई परिवारों की दिवाली खराब कर दी। यह गन दिखने में खिलौने जैसी है, लेकिन विस्फोट के समय यह बेहद खतरनाक साबित हुई।
भोपाल के सीएमएचओ डॉ. शर्मा ने बताया कि कार्बाइड गन से बच्चों को गंभीर चोटें आई हैं। उन्होंने इसे ‘बेहद खतरनाक खिलौना’ बताया। डॉक्टरों के अनुसार, जब गन फटती है तो उसके प्लास्टिक के टुकड़े छर्रे की तरह उड़ते हैं और आंख, चेहरा व त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, दीपावली के बाद एमपी में 300 से ज्यादा लोग इस गन से घायल हुए। कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया, जबकि कुछ बच्चे अब भी अस्पताल में भर्ती हैं। एम्स में भर्ती 12 वर्षीय बच्चे की आंखों की रोशनी बचाने के लिए डॉक्टर लगातार प्रयास कर रहे हैं।
हमीदिया अस्पताल में भर्ती 14 वर्षीय हेमंत पंथी और 15 वर्षीय आरिस के परिवारों ने प्रशासन से इस गन पर बैन लगाने की मांग की थी। दोनों बच्चों की आंखों की रोशनी खतरे में है और डॉक्टर उन्हें ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 18 अक्टूबर को बैठक में सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया था कि कैल्शियम कार्बाइड गन की बिक्री रोकी जाए। बावजूद इसके, त्योहार के दौरान यह गन बाजारों में खुलेआम बिकी, जिससे इतने हादसे हो गए।