बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (24 अक्टूबर) को समस्तीपुर में एक बड़ी चुनावी रैली की। इस दौरान उन्होंने लालू यादव के परिवार पर तंज कसते हुए कहा कि ये जमानत पर चल रहे लोग हैं और चोरी के मामलों में फंसे हुए हैं। मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार गरीबों की सेवा में जुटी है, जबकि विपक्ष के पास सिर्फ परिवारवाद और भ्रष्टाचार का एजेंडा है।
पीएम मोदी ने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार में विकास की रफ्तार बढ़ाई है। इस बार फिर नीतीश कुमार के नेतृत्व में सुशासन की सरकार आने वाली है। उन्होंने कहा कि मिथिला का मूड बता रहा है – नई रफ्तार से चलेगा बिहार, जब फिर आएगी एनडीए सरकार।
राजद पर हमला जारी रखते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब आज हर किसी के हाथ में मोबाइल है, तो बिहार को लालटेन की जरूरत नहीं है। यह बयान उन्होंने लालू यादव की पार्टी राजद (राष्ट्रीय जनता दल) पर तंज कसते हुए दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार गरीबों को पक्का घर, मुफ्त राशन, शौचालय और पेयजल जैसी सुविधाएं दे रही है। भाजपा कर्पूरी ठाकुर जी के दिखाए रास्ते पर चल रही है। हमने पिछड़े वर्गों के हितों को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि वे खुद एक गरीब और पिछड़े परिवार से आते हैं और समाज के वंचित वर्गों को सशक्त बनाना उनका संकल्प है।
मोदी ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी मां भारती के अनमोल रत्न थे। उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने का अवसर मिलना हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने समाज में समानता और शिक्षा को बढ़ावा दिया, और एनडीए सरकार भी उनके आदर्शों पर चल रही है।
पीएम मोदी ने बताया कि ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कई दशकों से की जा रही थी, जिसे एनडीए सरकार ने पूरा किया। उन्होंने कहा कि कर्पूरी बाबू मातृभाषा में पढ़ाई के समर्थक थे। इसलिए एनडीए सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्थानीय भाषा में शिक्षा पर जोर दिया है। हम सुशासन को समृद्धि में बदलने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।