वाशिंगटन। ज्यादातर पुरुष तंबाकू और गुटका का सेवन करते हैं, इसलिए उनमें लंग्स कैंसर का खतरा ज्यादा होता है, लेकिन हाल ही में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ कैंसर में पब्लिश एक नए रिसर्च में बताया गया है कि 30 से 50 साल की महिलाओं में लंग्स कैंसर का खतरा पुरुषों की तुलना में ज्यादा रहता है। रिसर्च के अनुसार लंग्स कैंसर महिलाओं में तेजी से बढ़ा है। युवा भी इसकी चपेट में तेजी से आ रहे हैं।
बायोलॉजिकल कारण: जेनेटिक और हार्मोनल अंतर की वजह से महिलाओं में फेफड़ों का कैंसर तेजी से फैल रहा है।
सेकंड हैंड स्मोक: महिलाएं और कुछ युवा ज्यादातर समय सेकेंड हैंड स्मोक के संपर्क में रहती हैं, जिसकी वजह से उनमें फेफड़ों के कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है। उन्हें ज्यादा से ज्यादा इस चीज से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
धूम्रपान: आजकल युवा और महिलाएं तेजी से धूम्रपान की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जिससे उनमें लंग्स कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ रहा है।
रेडॉन एक्सपोज: महिलाएं रेडॉन से प्रभावित हो सकती हैं। ये लंग्स कैंसर से जुड़ी एक नेचुरल रेडियोधर्मी गैस होती है, जो घर पर ज्यादा समय बिताने पर जमा होती रहती हैं और बाद में फेफड़ों के कैंसर का कारण बन सकती है।