
वॉशिंगटन। अमेरिका में विदेशी छात्रों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार में इमिग्रेशन नियम काफी सख्त हो गए हैं और बड़ी संख्या में स्टूडेंट वीजा रद्द किए जा रहे हैं। इसबीच अमेरिकी सरकारी विभाग ने साफ कर दिया है कि अगर छात्रों के सोशल मीडिया पोस्ट यहूदी विरोधी या आतंकी संगठनों के समर्थन वाले पाए गए तो वीजा रद्द या नामंजूर किया जा सकता है। अमेरिकी सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (यूएससीआईएस) ने यह नीति औपचारिक रूप से लागू कर दी है। यह पॉलिसी तुरंत प्रभाव से लागू हो गई है। इसका असर स्टूडेंट वीजा, परमानेंट रेजिडेंसी ग्रीन कार्ड और अन्य वीजा आवेदनों पर पड़ेगा। यूएससीआईएस अब सोशल मीडिया को वीजा फैसले में एक महत्वपूर्ण फैक्टर मान रहा है।
क्या है नया नियम
अमेरिकी सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज द्वारा जारी नए नियमों के मुताबिक अगर किसी के सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट हैं, जो हमास हिजबुल्लाह या हूती जैसे आतंकी संगठनों का समर्थन करते हैं तो उसे अमेरिका में एंट्री या ग्रीन कार्ड मिलने में दिक्कत आ सकती है। ट्रंप प्रशासन के मुताबिक ऐसे किसी भी व्यक्ति को अमेरिका में रहने का कोई हक नहीं है।
300 से ज्यादा छात्रों के वीजा किए जा चुके रद्द ट्रं
प प्रशासन के अनुसार पिछले कुछ हμतों में करीब 300 विदेशी छात्रों के वीजा रद्द किए जा चुके हैं। अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि गैर-अमेरिकी नागरिकों को अमेरिका में रहने का अधिकार नहीं होता और वीजा देना या न देना सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है।
आतंक के समर्थकों के लिए अमेरिका में जगह नहीं
दुनिया के आतंक समर्थकों के लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं है। हम उन्हें आने या यहां रहने की अनुमति देने के लिए बाध्य नहीं हैं। अब अमेरिका में प्रवेश कर यहां रहना चाहते हैं तो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से पहले सतर्क रहना होगा। ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। – ट्रिशा मैक्लॉफलिन, असिस्टेंट सेके्रटरी, डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी, अमेरिका