Mithilesh Yadav
8 Oct 2025
Mithilesh Yadav
7 Oct 2025
नई दिल्ली। संसद में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर बयान देते हुए विपक्ष को जमकर घेरा और पाकिस्तान को करारा संदेश दिया। पीएम ने कहा कि पाकिस्तान को हमारी सेना ने ऐसा जवाब दिया कि वह घुटनों पर आ गया। अमेरिका के उपराष्ट्रपति को भी मैंने साफ कह दिया था कि अगर पाकिस्तान हमला करेगा, तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा।
पीएम मोदी ने बताया कि 9 मई की रात को अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने उन्हें कॉल किया और कहा कि पाकिस्तान बड़ा हमला करने की तैयारी में है। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि "अगर पाकिस्तान ऐसा करता है, तो उसे बहुत महंगा पड़ेगा। हम गोली का जवाब गोले से देंगे।"
इसके अगले ही दिन भारत ने पाकिस्तान की सैन्य ताकत पर ऐसा हमला बोला कि वह हिल गया। मोदी ने कहा, "हमारे मिसाइलों ने पाकिस्तान के कोनों तक प्रहार किया और उन्हें घुटनों पर आने को मजबूर कर दिया।"
पीएम मोदी ने कहा कि जब भारत ने आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हमला किया, तो पाकिस्तान घबरा गया। "उन्होंने हमारे डीजीएमओ को फोन कर कहा- बहुत मारे, अब और मार नहीं झेली जाएगी, कृपया हमला रोक दीजिए।" पीएम ने कहा कि भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि हमारा लक्ष्य पूरा हो चुका है और अगर दुश्मन फिर कुछ करेगा, तो और भी बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, "अगर पाकिस्तान ने भविष्य में कोई दुस्साहस किया, तो भारत पहले से भी ज़्यादा कड़ा जवाब देगा। आज का भारत आत्मनिर्भर, आत्मविश्वासी और तेज गति से आगे बढ़ रहा है।"
पीएम मोदी ने विपक्ष पर भी करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर तरह-तरह की अफवाहें फैलाई गईं। "ये वही प्रोपेगेंडा है, जो पाकिस्तान फैलाता है और यहां कुछ लोग उसे आगे बढ़ाते हैं। जब हमारी सेना सर्जिकल स्ट्राइक करती है, तो कांग्रेस वाले सबूत मांगते हैं। जब सेना लक्ष्य हासिल करती है, तो वही लोग सेना पर सवाल उठाते हैं।"
पीएम मोदी ने कहा कि आज के वॉरफेयर में केवल बंदूक नहीं चलती, बल्कि नैरेटिव और AI का भी बड़ा रोल होता है। "कुछ ताकतें सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से सेना का मनोबल तोड़ने और जनता का विश्वास कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं। कांग्रेस और उसके सहयोगी ऐसे प्रपंचों के प्रवक्ता बन गए हैं।"
मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का लक्ष्य साफ था—आतंकियों के अड्डों को ध्वस्त करना। "हमने पहलगाम के उन स्थानों पर प्रहार किया जहां से आतंकियों को ट्रेनिंग, फंडिंग और भर्ती मिलती थी। हमारी सेना ने 100% लक्ष्य हासिल किए। जानबूझकर कुछ लोग इस सच्चाई को भूल सकते हैं, लेकिन देश कभी नहीं भूलेगा।"