Mithilesh Yadav
18 Sep 2025
भोपाल। अमरवाड़ा उपचुनाव में फतह मिलने के बाद भाजपा संगठन ने विजयपुर और बीना विधानसभा क्षेत्र के पुराने नेताओं में खदबदा रहे असंतोष पर संज्ञान लिया है। संगठन ने नेताओं को समझाइश के साथ ''ऑल इज वेल '' और ''वेट एंड वॉच '' का मंत्र भी दिया है। उन्हें कहा गया है कि धैर्य बनाए रखें सब ठीक हो जाएगा। दरअसल, विजयपुर और बीना सीट पर उपचुनाव होना है। दोनों जगह पुराने भाजपाइयों ने सत्ता-संगठन के सामने अपना असंतोष प्रकट किया है।
पूर्व भाजपा विधायक सीताराम आदिवासी की चेतावनी के बाद सत्ता-संगठन के नेता आदिवासी को मनाने के लिए सक्रिय हो गए हैं। विजयपुर उपचुनाव के दौरान मंत्री राम निवास रावत की राह आसान बनाने के लिए संगठन ने कई स्तर पर जमावट की है। पूर्व विधायक कांग्रेस के पाले में जाने की धमकी दे चुके हैं।
नवंबर 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान विजयपुर में बतौर भाजपा प्रत्याशी रावत से पराजित हुए भाजपा नेता बाबूलाल मेवरा ने भी टिकट की दावेदारी कर दी है। इधर भाजपा में शामिल होने और कांग्रेस की विधायकी छोड़कर मंत्री पद की शपथ ले चुके रावत का विजयपुर से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। उपचुनाव का कार्यक्रम अभी जारी होने में कुछ समय बाकी है।
बीना में भी कमोबेश यही स्थिति बन रही है। यहां चुनाव हार चुके पूर्व विधायक महेश राय सहित अन्य स्थानीय नेताओं को भी संगठन ने समझाइश देकर फिलहाल सहयोग करने को कहा है। बीना से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे भाजपा में शामिल हो चुकी हैं लेकिन उन्होंने अभी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है। विधायक सप्रे ने इसके लिए संगठन से मार्गदर्शन मांगा है।
पिछोर से भाजपा विधायक प्रीतम लोधी ने हाल ही में वीडियो जारी कर स्थानीय स्तर पर एक वर्ग द्वारा उन्हें टारगेट बनाए जाने पर इस्तीफे की धमकी तक दे दी। बताया जाता है कि क्षेत्र में कांग्रेस के पूर्व मंत्री और सामाजिक स्तर पर उनकी अदावत चल रही है। उनकी धमकी के बाद सत्तासं गठन के नेताओं ने इस मामले पर भी संज्ञान लेकर संबंधित पक्षों से बातचीत की है। बीना, विजयपुर और पिछोर के स्थानीय नेताओं को समझाइश दी गई है।
उल्लेखनीय है कि अमरवाड़ा उपचुनाव के बाद मप्र में अभी बुधनी, विजयपुर और बीना विधानसभा के उपचुनाव भी होना है। विदिशा से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी विधानसभा की सदस्यता छोड़ चुके हैं। इसी तरह मंत्री रामनिवास रावत भी विधायकी से इस्तीफा दे चुके हैं। दोनों सीट रिक्त हो चुकी हैं। अभी बीना से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे के इस्तीफे पर सस्पेंस बना हुआ है।