
रायसेन के भोजपुर क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से दो बाघों के मूवमेंट से ग्रामीणों में दहशत का माहौल था। किसानों से लेकर आम लोग तक अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित थे, लेकिन अब उन्हें राहत मिली है। वन विभाग की टीम ने 24 घंटे की कड़ी मेहनत और रातभर चले अभियान के बाद इन दोनों बाघों को रेस्क्यू कर सुरक्षित सतपुड़ा टाइगर रिजर्व भेज दिया है।
बाघों के कारण परेशान थे किसान
भोजपुर के आसपास के इलाकों में पिछले एक महीने से बाघों के मूवमेंट की शिकायत मिल रही थी। यह स्थिति इतनी गंभीर हो गई थी कि किसान अपनी फसलों को काटने के लिए भी बाहर जाने से डर रहे थे। बाघों का आतंक इतना बढ़ गया था कि इलाके में दिनभर डर का माहौल था। यह दोनों बाघ भाई बताए जा रहे हैं, जो सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के क्षेत्रीय बाघ हैं और अब तक कई बार ग्रामीणों की नजरों में आ चुके थे।
वन विभाग का रेस्क्यू ऑपरेशन
वन विभाग के अधिकारियों ने इन बाघों के मूवमेंट की सूचना मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी थी। विभाग के डीएफओ और पूरी टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन में हिस्सा लिया, जो रातभर चला। 24 घंटे के भीतर ही दोनों बाघों को पकड़कर सुरक्षित रूप से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व भेज दिया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन में कड़ी मेहनत और योजना बनाई गई थी ताकि किसी भी प्रकार का खतरा न हो और बाघों को सुरक्षित तरीके से उनके प्राकृतिक आवास में वापस भेजा जा सके।
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