Naresh Bhagoria
14 Nov 2025
नई दिल्ली। दिल्ली से श्रीनगर जा रही स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-385 शनिवार को अचानक ‘फ्री फॉल’ की स्थिति में आ गई। बनिहाल दर्रे के ऊपर उड़ान के दौरान यह घटना घटी, जब फ्लाइट अचानक कई सौ मीटर नीचे गिर गई। करीब 23 सेकंड तक विमान में बैठे यात्री दहशत में रहे। सीट बेल्ट का निर्देश देने के बावजूद लोग सीट पकड़े हुए थे और क्रू मेंबर घुटनों के बल फर्श पर बैठी नजर आईं। इस भयावह अनुभव का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
घटना का एक वीडियो X (पूर्व में ट्विटर) पर अर्जिमंद हुसैन नामक यूजर ने पोस्ट किया। वीडियो में देखा जा सकता है कि प्लेन के अंदर अफरातफरी का माहौल है। यात्री घबराए हुए हैं, सीट बेल्ट की घोषणा की जा रही है और एक एयर होस्टेस फर्श पर बैठी नजर आ रही है। हुसैन के अनुसार, वह केवल फ्री फॉल के अंतिम कुछ सेकंड ही रिकॉर्ड कर पाए। उन्होंने बताया कि कुछ ही देर पहले सभी खिड़कियों के शीशे बंद करने के निर्देश दिए गए थे, जिससे यात्रियों को अनहोनी की आशंका नहीं हो सकी।
फ्लाइट में बैठे कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी आपबीती साझा की। उन्होंने बताया कि हादसे के दौरान प्लेन का संतुलन अचानक बिगड़ गया और कुछ सेकंड के लिए ऐसा लगा जैसे विमान गिरने वाला है।
फिलहाल, स्पाइसजेट की ओर से इस घटना को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। न ही यह साफ हो पाया है कि फ्री फॉल की वजह क्या थी- टर्बुलेंस, तकनीकी खराबी या मौसम।
फ्री फॉल वह स्थिति होती है जब कोई विमान गुरुत्वाकर्षण बल के अधीन अचानक कुछ सेकंड के लिए नीचे गिरता है। यह स्थिति दो प्रकार की होती है- एक नियंत्रित (वैज्ञानिक उद्देश्यों के लिए) और दूसरी अनवॉन्टेड (तकनीकी खराबी या इमरजेंसी की वजह से)। इस स्थिति में यात्रियों को ऐसा महसूस होता है मानो वे तैर रहे हों, शरीर का वजन खत्म हो गया हो और पेट में कंपन या झटका लगे। इस अनुभव को अंतरिक्ष एजेंसियों में जीरो ग्रैविटी ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के सूत्रों के मुताबिक, वायरल वीडियो और यात्रियों की शिकायतों को देखते हुए घटना की जांच की जा सकती है। आमतौर पर किसी भी उड़ान में इस तरह की अप्रत्याशित स्थिति आने पर रिपोर्टिंग अनिवार्य होती है।