Aniruddh Singh
14 Sep 2025
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सावरेन गोल्ड बॉन्ड (एसजीबी) 2019-20 सीरीज-X के समय से पहले रिडेम्पशन यानी मिलने वाला मूल्य घोषित कर दिया है। यह बॉन्ड 2 से 6 मार्च 2020 के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुले थे और 11 मार्च 2020 को जारी किए गए थे। उस समय प्रति ग्राम इसकी कीमत 4,260 रुपए तय की गई थी। अब आरबीआई ने इसका रिडेम्पशन प्राइस 10,905 रुपए प्रति ग्राम निर्धारित किया है।
इसका मतलब है कि निवेशकों को प्रति ग्राम 6,645 रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है, जो लगभग 156% रिटर्न है। यह रिटर्न 2.5% वार्षिक ब्याज दर से अलग है, जो निवेशकों को नियमित रूप से इन बॉन्ड्स पर मिलता रहा है। सावरेन गोल्ड बॉन्ड की कुल अवधि 8 साल होती है, लेकिन निवेशकों को इसमें 5 साल पूरे होने के बाद समय से पहले रिडेम्पशन का विकल्प मिलता है। यह सुविधा केवल ब्याज भुगतान की तय तारीखों पर ही मिलती है। रिडेम्पशन का मूल्य आरबीआई के नियमों के अनुसार तय होती है।
इसके लिए इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) द्वारा प्रकाशित 999 शुद्धता वाले सोने की पिछले तीन कारोबारी दिनों की औसत कीमत को आधार बनाया जाता है। इस बार कीमत 8, 9 और 10 सितंबर 2025 के क्लोजिग प्राइस के आधार पर तय की गई है। एसजीबी को सुरक्षित निवेश साधन माना जाता है क्योंकि यह पूरी तरह से सरकार द्वारा समर्थित होता है। इस योजना की शुरूआत नवंबर 2017 में हुई थी और अब तक 67 किश्तें जारी की जा चुकी हैं। हाल के कुछ महीनों में आरबीआई ने कई एसजीबी सीरीज के रिडेम्पशन प्राइस घोषित किए हैं, जिनमें निवेशकों को शानदार रिटर्न मिला है।
उदाहरण के तौर पर, 2017-18 सीरीज--II का इश्यू प्राइस 2,830 रुपए था और इसका रिडेम्पशन प्राइस 9,924 रुपए प्रति ग्राम रहा, जिससे निवेशकों को 250% से अधिक का लाभ हुआ। इसी तरह, 2018-19 सीरीज-V में 3,214 रुपए प्रति ग्राम की खरीद पर 9,820 रुपए प्रति ग्राम का रिडेम्पशन प्राइस मिला, जिससे 205% का रिटर्न प्राप्त हुआ। इसके अलावा, 2019-20 सीरीज-III में 185% और 2019-20 सीरीज-IX में 147% का लाभ निवेशकों को मिला। वहीं, 2020-21 सीरीज-V में 89% का रिटर्न दर्ज किया गया।
अप्रैल से सितंबर 2025 की अवधि में अब केवल एक सीरीज 2019-20 सीरीज-IV शेष है। इसका समय से पहले रिडेम्पशन 17 सितंबर 2025 को खुलने वाला है। वर्ष 2025 में सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखी गई है। भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक बाजार में अनिश्चितताओं के चलते निवेशकों ने सोने को एक सुरक्षित विकल्प माना है, जिसके कारण इसकी कीमत में अब तक 30% से अधिक की बढ़ोतरी हो चुकी है। हालांकि, सरकार ने यूनियन बजट 2025 में सोवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना को बंद करने की घोषणा की थी।
जब तक यह योजना सरकार के लिए लागत प्रभावी नहीं बनती, तब तक नए बॉन्ड जारी होने की संभावना कम है। कुल मिलाकर, एसजीबी निवेशकों के लिए यह अवधि बेहद फायदेमंद साबित हुई है। जिन निवेशकों ने समय से पहले रिडेम्पशन का विकल्प चुना है, उन्हें शानदार लाभ मिला है। यह साफ दशार्ता है कि सोने में निवेश, खासकर सरकार समर्थित योजनाओं के माध्यम से, दीर्घकालिक और सुरक्षित रिटर्न प्रदान कर सकता है।