Priyanshi Soni
4 Nov 2025
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर 18 दिन का मिशन पूरा कर लिया है, अब वो पृथ्वी की ओर वापस लौट रहे हैं। 14 जुलाई शाम 4:45 बजे उन्होंने और उनके तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री साथियों ने ISS से रिटर्न जर्नी शुरू की। करीब 23 घंटे की यात्रा के बाद 15 जुलाई को दोपहर लगभग 3 बजे उनका ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट कैलिफोर्निया तट के पास समुद्र में उतरेगा, जिसे स्प्लैशडाउन कहा जाता है।
शुभांशु शुक्ला का यह मिशन एक्सियम-4 के अंतर्गत हुआ, जिसमें वे 25 जून को फाल्कन-9 रॉकेट से कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना हुए थे और 26 जून को ISS पहुंचे थे। उनका यह मिशन ऐतिहासिक इसलिए भी है क्योंकि 41 वर्षों के बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में गया है। इस दौरान शुभांशु ने 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोगों में हिस्सा लिया। इन प्रयोगों में भारत के भी सात वैज्ञानिक अध्ययन शामिल थे। उन्होंने अंतरिक्ष में मेथी और मूंग के बीज उगाए और स्पेस माइक्रोएल्गी नामक प्रयोग में भाग लिया, जो अंतरिक्ष में जीवन की संभावनाओं से जुड़ा था। इसके अतिरिक्त, उन्होंने हड्डियों की सेहत पर अंतरिक्ष के प्रभाव का परीक्षण भी किया।
शुभांशु ने 28 जून को अंतरिक्ष से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधा संवाद किया। उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष से भारत अत्यंत भव्य दिखाई देता है। बातचीत के दौरान एक हल्का-फुल्का पल भी आया जब प्रधानमंत्री ने पूछा कि वे क्या गाजर का हलवा लेकर गए थे। शुभांशु ने हंसते हुए कहा कि हाँ, उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर गाजर का हलवा खाया।
इस मिशन का एक उद्देश्य युवाओं में STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) के प्रति जागरूकता और रुचि को बढ़ाना भी था। शुभांशु ने 3, 4 और 8 जुलाई को हैम रेडियो के माध्यम से तिरुवनंतपुरम, बेंगलुरु और लखनऊ के 500 से अधिक छात्रों से संवाद किया। इस संवाद में उन्होंने अंतरिक्ष में जीवन, वैज्ञानिक प्रयोगों और मिशन से जुड़ी रोचक जानकारियाँ साझा कीं।
वहीं, 6 जुलाई को शुभांशु ने ISRO प्रमुख डॉ. वी. नारायणन और अन्य वरिष्ठ वैज्ञानिकों से संवाद किया। इस बातचीत में उन्होंने अपने वैज्ञानिक प्रयोगों के निष्कर्ष साझा किए और भारत के आगामी गगनयान मिशन में अपने योगदान की संभावनाओं पर चर्चा की।
ISS में रहते हुए शुभांशु ने कपोला मॉड्यूल से पृथ्वी की अनेक तस्वीरें लीं। यह मॉड्यूल ISS का एक विशेष हिस्सा है जिसमें सात खिड़कियां हैं, जहाँ से अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी का सुंदर दृश्य देख सकते हैं। उनकी ली गई तस्वीरें सोशल मीडिया पर खासा वायरल हुईं।