
संभल की ऐतिहासिक शाही जामा मस्जिद की सफेदी को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में अहम सुनवाई हुई। अदालत ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के वकील से यह स्पष्ट करने को कहा कि मस्जिद की बाहरी दीवारों की सफेदी से किस तरह का पूर्वाग्रह उत्पन्न हो सकता है।
कोर्ट ने क्या कहा?
कोर्ट ने एएसआई के वकील को निर्देश दिया कि वे अगली सुनवाई तक इस विषय पर स्पष्ट जानकारी लेकर आएं। अदालत यह समझना चाहती है कि मस्जिद की सफाई और सफेदी से ऐतिहासिक महत्व या सांप्रदायिक दृष्टिकोण से कोई समस्या हो सकती है या नहीं।
मामला क्या है?
संभल की शाही जामा मस्जिद एक पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व की इमारत है। इसकी बाहरी सफेदी और रंगाई को लेकर विवाद खड़ा हुआ था, जिसके बाद मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा। कुछ लोगों का कहना है कि सफेदी से मस्जिद का मूल स्वरूप प्रभावित हो सकता है, जबकि कुछ का मानना है कि यह एक नियमित रखरखाव प्रक्रिया है।
अगली सुनवाई कब?
कोर्ट ने एएसआई से पूरी जानकारी लेकर आने को कहा है, ताकि यह तय किया जा सके कि सफेदी जारी रहेगी या इस पर कोई रोक लगेगी। अगली सुनवाई में इस मामले पर और विस्तार से चर्चा होगी।