ताजा खबरराष्ट्रीय

प्रयागराज में गाजी मियां की मजार पर लहराए भगवा झंडे, छत पर चढ़कर लगाए जय श्रीराम के नारे, दरगाह हटाने की मांग

प्रयागराज के गंगापार क्षेत्र के सिकंदरा गांव में स्थित गाजी मियां (सैयद सालार मसूद गाजी) की दरगाह पर रविवार को महाराजा सुहेलदेव सम्मान सुरक्षा मंच से जुड़े कार्यकर्ताओं ने दरगाह की छत पर चढ़कर भगवा झंडा लहराया और नारेबाजी की। करीब 20 से अधिक युवक बाइक रैली के जरिए वहां पहुंचे और गाजी मियां मुर्दाबाद जैसे नारों के साथ प्रदर्शन किया।

कार्यकर्ता बोले- आक्रांता था गाजी, मजार हटाई जाए

इस प्रदर्शन की अगुआई करने वाले मनेंद्र प्रताप सिंह ने खुद को भाजपा कार्यकर्ता और इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी का पूर्व छात्र नेता बताया। उन्होंने कहा, “गाजी मियां एक इस्लामी आक्रांता था, उसकी दरगाह तीर्थराज प्रयागराज की भूमि पर नहीं होनी चाहिए। मजार को तत्काल ध्वस्त कर उस स्थान को हिंदू पूजा स्थल में बदला जाना चाहिए।”

मनेंद्र ने यह भी दावा किया कि वहां पहले शिव मंदिर था और बाद में वक्फ बोर्ड द्वारा जबरन मजार बनाई गई। उन्होंने मजार को अवैध बताया और मांग की कि वहां मंदिर बनाकर महाराजा सुहेलदेव के नाम पर पार्क स्थापित किया जाए।

पूर्व में भी दिया गया था ज्ञापन

इस घटना से पूर्व मंच के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर को एक ज्ञापन सौंपकर मजार हटाने की मांग की थी। ज्ञापन में गाजी मियां को हिंदुओं का हत्यारा बताया गया और दावा किया गया कि उनके नाम पर बनी दरगाह एक षड्यंत्र है। संगठन का कहना है कि वहां पहले शिवकंद्रा वाले महादेव, सती बड़े पुरुख का मंदिर था।

ज्ञापन में कहा गया कि हिंदुओं के धर्मांतरण, महिलाओं से अभद्रता और जमीनों पर कब्जे जैसे गंभीर आरोप भी दरगाह के नाम से जोड़े जा रहे हैं। इससे हिंदू समुदाय में नाराजगी बढ़ रही है और आंदोलन की चेतावनी दी गई है।

हरकत में आया प्रशासन

घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया। डीसीपी कुलदीप गुनावत ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम की वीडियो फुटेज खंगाली जा रही है। जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही प्रदर्शनकारी युवक मौके से फरार हो गए थे।

दरगाह पर पहले ही था प्रशासनिक पहरा

बता दें कि 24 मार्च को ही प्रशासन ने इस दरगाह के गेट पर ताला लगा दिया था और सालाना मेले को रोक दिया था। उस समय भी दरगाह प्रबंधन और स्थानीय लोगों में असमंजस की स्थिति बन गई थी। हालांकि बाद में प्रशासन ने किसी तरह के प्रतिबंध से इनकार किया।

ये भी पढ़ें- रामनवमी पर पहली बार संभल में निकली शोभायात्रा, लड़कियों ने तलवार लेकर दिखाए करतब, गूंजा जय श्रीराम का नारा…

संबंधित खबरें...

Back to top button