Manisha Dhanwani
20 Oct 2025
Mithilesh Yadav
20 Oct 2025
बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान सासाराम से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार सत्येंद्र साह को नामांकन दाखिल करने के तुरंत बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी झारखंड के एक पुराने डकैती मामले में जारी स्थायी वारंट के आधार पर की गई है।
सोमवार को सत्येंद्र साह सासाराम अनुमंडल कार्यालय पहुंचे थे, जहां उन्होंने नामांकन प्रक्रिया पूरी की। नामांकन के तुरंत बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। बताया गया कि यह कार्रवाई झारखंड के गढ़वा थाना क्षेत्र में दर्ज वर्ष 2004 के डकैती केस से जुड़ी है। सत्येंद्र साह को बाद में झारखंड पुलिस के हवाले कर दिया गया है, जो उन्हें गढ़वा कोर्ट में पेश करेगी।
गिरफ्तारी की खबर फैलते ही सासाराम की राजनीति में हलचल मच गई। राजद समर्थकों ने इसे राजनीतिक साजिश बताया और विरोध जताया। नामांकन स्थल पर भारी पुलिस बल मौजूद होने के बावजूद वहां कुछ समय के लिए अफरा-तफरी मच गई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह गिरफ्तारी न्यायालय के आदेश पर की गई है और इसका चुनाव या राजनीति से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि सत्येंद्र साह के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और यह कार्रवाई कानून के अनुसार की गई है।
इस घटना से राजद को बड़ा झटका लगा है। पार्टी ने इस बार वर्तमान विधायक राजेश गुप्ता का टिकट काटकर सत्येंद्र साह को उम्मीदवार बनाया था। अब उनके गिरफ्तार होने के बाद पार्टी के सामने वैकल्पिक प्रत्याशी चुनने की चुनौती खड़ी हो गई है। पार्टी यह भी विचार कर सकती है कि क्या सत्येंद्र साह को ही उम्मीदवार बनाए रखा जाए या नए चेहरे को मौका दिया जाए।
सत्येंद्र साह पहले कांग्रेस (जे) के टिकट पर वर्ष 2010 में चुनाव लड़ चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने कुछ साल पहले अपनी पत्नी को सासाराम नगर निगम मेयर चुनाव में भी उतारा था। राजद में शामिल होने के बाद उन्हें इस बार सासाराम सीट से उम्मीदवार बनाया गया था।