Priyanshi Soni
24 Oct 2025
Shivani Gupta
24 Oct 2025
Aakash Waghmare
24 Oct 2025
महाराष्ट्र के सतारा जिले में एक 28 वर्षीय महिला डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली। वह फालतन स्थित सरकारी अस्पताल में कार्यरत थीं और बीड़ जिले की रहने वाली थीं। महिला डॉक्टर ने अपनी हथेली पर एक नोट लिखा, जिसमें उन्होंने एक पुलिसकर्मी गोपाल बडाने पर पिछले पांच महीने से बार-बार रेप और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। उन्होंने प्रशांत बंकर नाम के व्यक्ति पर भी मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया, जो उस मकान मालिक का बेटा है, जहां डॉक्टर किराए पर रह रही थीं।
पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया और हथेली पर लिखे नोट की फॉरेंसिक जांच शुरू की है। आरोपी पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है और दोनों आरोपियों की तलाश की जा रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों के खिलाफ बलात्कार और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना को गंभीरता से लेते हुए सतारा के SP से बात की। उन्होंने महिला डॉक्टर द्वारा नामित अधिकारियों को तुरंत निलंबित करने और सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
पीड़िता के परिवार ने कहा कि डॉक्टर पर गलत पोस्टमार्टम रिपोर्ट तैयार करने का दबाव था। परिवार ने इसे पुलिस और राजनीतिक साजिश बताया और कहा कि डॉक्टर मानसिक तनाव में थीं। उन्होंने आरोपियों को सख्त सजा देने और न्याय की मांग की। परिवार के एक सदस्य ने बताया कि डॉक्टर मेहनती और महत्वाकांक्षी थीं, लेकिन उत्पीड़न के कारण तनाव में थीं।
महिला डॉक्टर ने आत्महत्या से दो दिन पहले ही वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की थी। महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग ने पुलिस को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। आयोग की अध्यक्ष रुपाली चकंर ने कहा कि आरोपियों की तलाश और मामले की जांच तेज की जाए। राज्य मंत्री पंकजा मुंडे ने कहा कि विस्तृत जांच होगी और न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।
स्वास्थ्य राज्य मंत्री मेघना बोरडिकर ने बताया कि सतारा सिविल सर्जन के अनुसार डॉक्टर ने पहले कोई शिकायत नहीं की थी। वहीं, विपक्ष ने राज्य सरकार पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि जब पुलिस ही आरोपी हो, तो न्याय कैसे मिलेगा। शिवसेना (यूबीटी) नेता आनंद दुबे ने कहा कि यह मामला कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाता है। टीएमसी ने भी सरकार और मीडिया की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं।
पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक रिपोर्ट से पूरे मामले की सच्चाई सामने आएगी। दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष होगी और न्याय जरूर दिलाया जाएगा।