Priyanshi Soni
4 Nov 2025
माले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय मालदीव यात्रा पर माले पहुंचे, जहां राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस यात्रा को भारत-मालदीव संबंधों के लिहाज़ से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मोदी को माले एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर और 21 तोपों की सलामी दी गई।
यह प्रधानमंत्री मोदी की तीसरी मालदीव यात्रा है, लेकिन राष्ट्रपति मुइज्जू के कार्यकाल में किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष की पहली आधिकारिक यात्रा भी है।
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। इस दौरान भारत ने मालदीव को 4,850 करोड़ रुपए की लाइन ऑफ क्रेडिट (Loan Assistance) की घोषणा की। यह सहायता भारत की “नेबरहुड फर्स्ट” नीति का हिस्सा है, जो पड़ोसी देशों के साथ सहयोग और विकास को प्राथमिकता देती है। इसके अलावा, फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर भी चर्चा की गई, जिससे आने वाले समय में व्यापारिक रिश्ते और अधिक मज़बूत हो सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 जुलाई को मालदीव के स्वतंत्रता दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। इस वर्ष मालदीव अपनी स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ मना रहा है।
यह समारोह इस दृष्टि से भी खास है कि भारत और मालदीव के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 60 वर्ष भी पूरे हो रहे हैं। प्रधानमंत्री की मौजूदगी इस ऐतिहासिक मौके को विशेष महत्व देती है।
दोनों देशों के बीच डिफेंस और रणनीतिक सहयोग पर भी कई महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर की संभावना है। यह सहयोग हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की भूमिका को और मजबूत करेगा, साथ ही मालदीव की सुरक्षा क्षमता को भी बढ़ाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी अपने दौरे के दौरान भारत की सहायता से तैयार किए गए कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री की यह यात्रा भारत और मालदीव के बीच मजबूत होते संबंधों को नई दिशा दे सकती है। जहां भारत ने यह स्पष्ट किया है कि वह क्षेत्रीय स्थिरता और विकास में मालदीव का मजबूत साझेदार रहेगा, वहीं मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू के लिए यह एक अवसर है कि वे भारत के साथ रिश्तों को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं।
प्रधानमंत्री जैसे ही माले एयरपोर्ट पहुंचे, वहां पर स्थानीय कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य के जरिए उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति मुइज्जू खुद प्रधानमंत्री मोदी को रिसीव करने एयरपोर्ट पहुंचे और दोनों नेताओं ने एक-दूसरे को गले लगाया। इसके बाद मोदी ने मालदीव में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों से भी मुलाकात की और भारतीय मूल के बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद लिया।