Naresh Bhagoria
10 Nov 2025
पटना। पटना में शुक्रवार रात एक सनसनीखेज वारदात में बिहार के जाने-माने उद्योगपति और मगध अस्पताल के मालिक गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना गांधी मैदान थाना क्षेत्र के रामगुलाम चौक स्थित उनके अपार्टमेंट के गेट के ठीक सामने हुई।
वे रात करीब 11:30 बजे बांकीपुर क्लब से लौटकर अपने घर पहुंचे थे। जैसे ही वे अपनी कार से उतरे, घात लगाए अपराधियों ने सिर में गोली मार दी। परिजन आनन-फानन में उन्हें लेकर मेडिवर्सल अस्पताल पहुंचे, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
इस वारदात की सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि गांधी मैदान थाना घटनास्थल से मात्र 300 मीटर की दूरी पर है। इसके बावजूद, एक घंटे तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। परिजनों ने बताया कि उन्होंने थाने और पुलिस अधिकारियों को कई बार फोन किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। बाद में ADG मुख्यालय कुंदन कृष्णन को सूचना देने के बाद ही पुलिस हरकत में आई।
घटना की सूचना मिलते ही SSP, सिटी SP, सांसद पप्पू यादव और अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। FSL टीम को भी बुलाया गया है। पुलिस ने घटनास्थल को सील कर एक गोली और एक खोखा बरामद किया है। CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं और हमलावरों की तलाश के लिए STF को लगाया गया है।
मृतक के छोटे भाई शंकर खेमका ने बताया कि, “घटना के बाद हमलोग खुद ही उन्हें अस्पताल लेकर गए। 2 घंटे बाद पुलिस पहुंची और कहती है अब जानकारी मिली है। हमने ही तो पुलिस को सूचना दी थी। ये जंगलराज नहीं तो क्या है?”
परिजनों ने पुलिस की लापरवाही और देरी को लेकर गहरी नाराजगी जताई और कहा कि अगर समय रहते पुलिस पहुंचती तो शायद जान बचाई जा सकती थी।
गोपाल खेमका का परिवार पहले भी ऐसी त्रासदी झेल चुका है। 2018 में उनके बड़े बेटे गुंजन खेमका की भी वैशाली जिले के इंडस्ट्रियल थाना क्षेत्र में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अब एक बार फिर उसी परिवार पर हमला कर उनके मुखिया की हत्या कर दी गई।
गोपाल खेमका के छोटे बेटे गौरव खेमका पटना के IGIMS में डॉक्टर हैं, जबकि उनकी बेटी लंदन में रहती हैं। वे कई व्यवसायों में सक्रिय थे, जिनमें पेट्रोल पंप, फैक्ट्री और अस्पताल शामिल हैं।
पटना सेंट्रल एसपी दीक्षा ने बताया कि, “4 जुलाई की रात 11:40 बजे सूचना मिली कि गांधी मैदान साउथ में एक व्यवसायी को गोली मार दी गई है। पुलिस ने अस्पताल और फिर घटनास्थल पहुंचकर छानबीन शुरू की है। अपराधी बाइक से आए थे, CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही गिरफ्तारी होगी।”
राजधानी पटना में यह हाई-प्रोफाइल मर्डर केस पुलिस की कार्यशैली और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। एक ऐसे इलाके में, जो VVIP जोन माना जाता है, वहां इतनी बड़ी वारदात और पुलिस की देरी से प्रतिक्रिया ने आम जनता में असुरक्षा की भावना और आक्रोश दोनों को बढ़ा दिया है।