
पेरिस। पेरिस ओलंपिक 2024 में सातवें दिन (2 अगस्त) भारतीय खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। भारतीय हॉकी टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से हरा दिया है। भारतीय टीम की यह जीत ऐतिहासिक रही। वहीं, मनु भाकर ने एक बार फिर से कमाल कर दिया है। उन्होंने 25 मीटर पिस्टल इवेंट के फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
हॉकी में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को हराया
हॉकी में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से हरा दिया। टीम इंडिया के लिए हरमनप्रीत सिंह ने दो गोल दागे. वहीं अभिषेक ने एक गोल किया। 52 सालों में पहली बार भारतीय हॉकी टीम ने ऑस्ट्रेलिया को ओलंपिक में पराजित किया है।
पहले क्वार्टर में टीम इंडिया ने 2-0 से बढ़त बना ली थी। इसके बाद दूसरे क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया ने एक गोल दागा। तीसरे क्वार्टर में टीम इंडिया ने एक गोल करके मुकाबले को 3-1 तक पहुंचा दिया। इसके बाद आखिरी क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया ने एक और गोल किया। इस तरह भारत ने यह मुकाबला 3-2 से जीत लिया
मनु भाकर ने फाइनल में बनाई जगह
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए अभूतपूर्व तीसरे पदक की ओर कदम बढ़ाते हुए शुक्रवार को यहां निशानेबाजी की 25 मीटर महिला पिस्टल स्पर्धा के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया, लेकिन ईशा सिंह प्रतियोगिता से बाहर हो गईं। मनु ने प्रिसिजन में 294 और रेपिड में 296 अंक के साथ कुल 590 अंक जुटाकर क्वालीफिकेशन में दूसरा स्थान हासिल करते हुए फाइनल में प्रवेश किया।
मनु ने प्रिसिजन दौर में 10-10 निशानों की तीन सीरीज में क्रमश: 97, 98 और 99 अंक जुटाए। रेपिड दौर में उन्होंने तीन सीरीज में 100, 98 और 98 अंक हासिल किए। हंगरी की मेजर वेरोनिका ने 592 अंक के साथ ओलंपिक के क्वालीफिकेशन रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए क्वालीफिकेशन में शीर्ष स्थान हासिल किया।
ईशा प्रिसिजन में 291 और रेपिड में 290 अंक के साथ कुल 581 अंक जुटाकर 18वें स्थान पर रहीं और 8 निशानेबाजों के फाइनल में जगह नहीं बना सकीं। उन्होंने प्रिसिजन की पहली दो सीरीज में 95 और 96 अंक जुटाने के बाद 100 अंक के साथ जोरदार वापसी की लेकिन रेपिड दौर में 97, 96 और 97 अंक ही जुटा सकीं। इस स्पर्धा का फाइनल शनिवार यानी कि 3 अगस्त को खेला जाएगा। क्वालीफिकेशन के प्रिसिजन दौर के बाद मनु और ईशा क्रमश: तीसरे और 10वें स्थान पर थे।
मनु भाकर ने दर्ज किया रिकॉर्ड
मनु भाकर ने व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीतने के बाद सरबजोत सिंह के साथ मिलकर मिश्रित टीम वर्ग में भी कांस्य पदक जीता। वह एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं।