नई दिल्ली। सोमालिया के समुद्री लुटेरों से रेस्क्यू किए गए पाकिस्तानी नाविकों ने भारत जिंदाबाद के नारे लगाए और भारतीय नौसेना का शुक्रिया अदा किया। दरअसल सोमालिया के समुद्री लुटेरों ने मछली पकड़ने वाले ईरानी जहाज को बीते दिनों हाईजैक कर लिया था। भारतीय नौसेना के वॉरशिप INS सुमेधा ने ईरानी फिशिंग वेसल अल-कंबर से 23 पाकिस्तानी नागरिकों को सोमालिया के समुद्री लुटेरों से रेस्क्यू किया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 9 समुद्री लुटेरों ने सरेंडर कर दिया था। जिसके बाद सभी पाकिस्तानी नाविकों ने वीडियो जारी कर भारतीय नौसेना को धन्यवाद दिया है।
#IndianNavy : #पाकिस्तानी नाविकों ने लगाए #भारत जिंदाबाद के नारे, भारतीय नौसेना को कहा शुक्रिया। नौसेना ने 29 मार्च को ऑपरेशन चलाकर इन्हें सोमालिया के समुद्री लुटेरों से रेस्क्यू किया था। सोमालिया ने 23 पाकिस्तानी नाविकों को बंधक बनाया था। देखें VIDEO#Somalia #PeopleUpdate… pic.twitter.com/Qv1f0eMMNO
— Peoples Samachar (@psamachar1) March 31, 2024
नेवी पूरी रात जुटी रही, हमें आजाद कराया : पाकिस्तानी
पाकिस्तानियों का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक शख्स सभी नाविकों की तरफ से कह रहा है, “मैं अमीर खान हूं। मैं इस जहाज का मास्टर हूं। हम ईरान से आ रहे थे तभी लुटेरों ने हमारे जहाज पर हमला कर दिया और हमारे जहाज को हाईजैक कर लिया। 29 मार्च को तीन बजे इंडियन नेवी हमारी मदद में जुट गई थी। उन्होंने हमें आजाद करवाया। इंडियन नेवी का शुक्रिया। इंडिया जिंदाबाद।”
12 घंटे चला था रेस्क्यू ऑपरेशन
नेवी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इस ऑपरेशन की जानकारी देते हुए बताया था कि, शुक्रवार यानी 29 मार्च की शाम को उनकी टीम को हिंद महासागर में अदन की खाड़ी के पास जहाज के हाईजैक होने की सूचना मिली थी। जहाज में सोमालिया के 9 समुद्री लुटेरे सवार थे। यह जहाज यमन के सोकोट्रा द्वीप से साउथ-वेस्ट में करीब 166 किमी की दूरी पर था। हाइजैक की जानकारी मिलते ही भारतीय नौसेना ने अपने युद्धपोत INS सुमेधा को ईरानी जहाज को रोकने के लिए रवाना किया।
इसके बाद दूसरे युद्धपोत INS त्रिशूल की मदद से नेवी ने जहाज को लुटेरों से 23 पाकिस्तानियों का रेस्क्यू किया था। नौसेना की टीम को करीब 12 घंटे के ऑपरेशन के बाद सफलता मिली।
भारतीय नौसेना चला रही महत्वपूर्ण अभियान
पिछले साल अक्टूबर में इजरायल-हमास जंग शुरू होने के बाद से अरब सागर में सोमालिया के लुटेरों की तरफ से जहाज को हाईजैक करने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जिसको लेकर भारतीय नौसेना एक्शन मोड में है। इस पर काबू पाने के लिए नौसेना ने अरब सागर में युद्धपोतों की तैनाती बढ़ा दी है। सशस्त्र समुद्री डाकुओं से बचाने के लिए भारतीय नौसेना एक “महत्वपूर्ण अभियान” चला रही है।
2800 किलोमीटर दूर चलाया था रेस्क्यू ऑपरेशन
बता दें इससे पहले नौसेना ने कोलकाता में 17 मार्च को पिछले साल 14 दिसंबर को कब्जे में किए गए पूर्व-एमवी रुएन से चालक दल के 17 सदस्यों को सफलतापूर्वक बचाया था। इसी के साथ 3 महीने बाद जहाज MV रुएन को बचाने का ऑपरेशन पूरा किया था। इंडियन नेवी का 40 घंटे का ऑपरेशन शाम को खत्म हुआ और चालक दल के सभी सदस्यों को बिना किसी चोट के बचा लिया। कार्रवाई के बाद 35 समुद्री लुटेरों ने सरेंडर किया था।
ऑपरेशन भारत के समुद्री तट से 2800 किलोमीटर दूर चला था। बता दें कि जहाज का क्रू 110 से ज्यादा दिनों से लूटेरों के कब्जे में था। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा करने के लिए युद्धपोत INS सुभद्रा, ज्यादा ऊंचाई तक उड़ने वाले ड्रोन, P8I पैट्रोलिंग एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल किया गया।
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