Shivani Gupta
22 Sep 2025
एंटरटेनमेंट डेस्क। एशिया कप 2025 के सुपर-4 मुकाबले में पाकिस्तानी खिलाड़ी ने शर्मनाक हरकत पर AICWA (ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन) ने कड़ी निंदा की है। साथ ही इसे खेल भावना के साथ-साथ भारत, शहीदों और सेना का अपमान बताया है। वहीं उन्होंने, एक्टर दिलजीत दोसांझ को सार्वजनिक रूप से राष्ट्र से माफी मांगने को कहा।
बता दें कि, दुबई में 21 सितंबर को हुए भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के दौरान पाकिस्तानी खिलाड़ी साहिबजादा अपनी हाफ सेंचुरी पर बल्ले को बंदूक की तरह उठाकर जश्न मनाने लगा। जिसको लेकर AICWA (ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन) ने अपने ऑफिशियल अकाउंट एक्स पर पोस्ट शेयर की है। इस जश्न का विरोध कर लिखा- मैच के दौरान पाकिस्तान के एक खिलाड़ी ने जो एक आतंकवादी राष्ट्र से है। बेशर्मी से अपने बल्ले को बंदूक की तरह पकड़ा और उसे भीड़ की तरफ़ किया-यह भारत, हमारे शहीदों और हमारी सेना का सीधा अपमान है। यह खेल भावना नहीं है। यह क्रिकेट के मैदान पर आतंकवाद का प्रदर्शन है।
वहीं आगे AICWA (ऑल इंडिया सिने वर्कर्स एसोसिएशन) लिखा कि हमने हमेशा एक स्पष्ट और बिना किसी समझौते वाला रुख अपनाया है। किसी भी पाकिस्तानी कलाकार को भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में कभी काम नहीं करने दिया जाएगा। कोई भी भारतीय फिल्म डायरेक्टर या प्रोड्यूसर जो पाकिस्तानी गायकों, अभिनेताओं या कलाकारों को काम देने की हिम्मत करेगा। उसे AICWA से पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। हमें राष्ट्र हमारे बहादुर सैनिकों और उन शहीदों के परिवारों के साथ खड़े होने पर गर्व है। जिन्होंने भारत के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया।
जब फिल्म सरदार जी 3 बनी थी। तो अभिनेता-निर्माता दिलजीत दोसांझ ने आतंकवादी राष्ट्र के पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम किया था। AICWA ने इस विश्वासघात का कड़ा विरोध किया था और तब से दिलजीत दोसांझ हम से प्रतिबंधित हैं। भले ही दूसरे लोग उन्हें बॉर्डर 2 या किसी और फिल्म में काम दें। लेकिन AICWA उनका तब तक बहिष्कार जारी रखेगा जब तक वह सार्वजनिक रूप से राष्ट्र से माफी नहीं मांगते।
इसके अलावा AICWA ने फिल्म अबीर गुलाल और उसके सहयोगियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। उनका कहना है कि यह एक जानबूझकर और अटल रुख है। जब कलाकार या निर्माता एक ऐसे राष्ट्र से प्रतिभा को सामान्य मानते हैं जो खुले तौर पर आतंकवाद का समर्थन करता है। तो वे 140 करोड़ भारतीयों की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं और हमारी सेना के साथ विश्वासघात करते हैं। हम हर देशभक्त नागरिक से एकजुट होकर खड़े होने का आग्रह करते हैं- यह राजनीति के बारे में नहीं है। यह हमारे सैनिकों के बलिदान का सम्मान करने के बारे में है।
वहीं, आगे लिखा कि दुर्भाग्य से BCCI के लिए देश से पहले हमेशा पैसा आया है। उन्होंने सिर्फ मुनाफे के लिए इस शर्मनाक मैच को होने दिया, यह भूलकर कि भारत अपने बहादुर सैनिकों का है। न कि भ्रष्ट क्रिकेट बोर्ड का। केवल हमारे सैनिकों में ही पाकिस्तान के खिलाफ निडरता से खड़े होने की हिम्मत है। जबकि BCCI पैसे के लिए झुक जाता है। यहां तक कि ICC के चेयरमैन जय शाह भी इस मैच को रोक सकते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उनकी चुप्पी बहुत कुछ कहती है।
यह साफ हो जाए, यह राष्ट्र हमें बचाने वाले सैनिकों का है। भारत उनके बलिदान पर बना है, न कि क्रिकेट, पैसे या कायरता पर। राष्ट्र सबसे पहले आता है। हमेशा।
एसोसिएशन के अलावा भी क्रिकेटर साहिबजादा फरहान की इस हरकत पर जमकर आलोचना हो रही है।