Manisha Dhanwani
19 Sep 2025
बरेली। बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो और शूटरों नकुल सिंह और विजय तोमर को गिरफ्तार किया है। ये दोनों बागपत जिले के रहने वाले हैं और इन पर एक-एक लाख रुपए का इनाम था। गिरफ्तार शूटर 11 सितंबर को दिशा पाटनी के घर फायरिंग में शामिल थे।
पुलिस के अनुसार, दिशा पाटनी के घर पर लगातार 11 और 12 सितंबर को फायरिंग हुई थी। पहले दिन नकुल और विजय ने बाइक से आकर फायरिंग की थी। जबकि 12 सितंबर को हरियाणा के शूटर अरुण और रविंद्र ने फायरिंग की।
यूपी एसटीएफ ने 17 सितंबर की शाम गाजियाबाद में अरुण और रविंद्र को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। इस मुठभेड़ के बाद नकुल और विजय की तलाश तेज कर दी गई। चारों शूटर रोहित गोदारा और गोल्डी बरार गैंग के सदस्य बताए गए। पुलिस ने अब कार्रवाई करते हुए नकुल और विजय को गिरफ्तार किया। ये शूटर भी गैंग के सक्रिय सदस्य थे और उन्होंने दिशा पाटनी के घर की रेकी की थी।
पुलिस जांच में सामने आया कि, 10 सितंबर को चारों शूटर बरेली पहुंचे थे। नकुल और विजय स्प्लेंडर बाइक पर थे, जबकि अरुण और रविंद्र दूसरी बाइक से आए थे। नकुल और विजय ने 11 सितंबर को सुबह तड़के साढ़े चार बजे दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग की थी। इस दौरान अभिनेत्री मुंबई में थीं।
दिशा पाटनी के घर पर 7 स्पॉट दिख रहे हैं, यही पर गोलियां लगी थीं।
12 सितंबर की फायरिंग में शामिल शूटर अरुण और रविंद्र को यूपी एसटीएफ ने 17 सितंबर को गाजियाबाद में मुठभेड़ में मार गिराया। मुठभेड़ में पुलिस के चार जवान घायल हुए। मौके से ग्लॉक पिस्तौल, जिगाना पिस्टल और कारतूस बरामद हुए।
एनकाउंटर के बाद गैंग लीडर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बदले की धमकी दी। उन्होंने लिखा कि, उनके शूटर धर्म के लिए लड़ते हुए शहीद हुए हैं और न्याय मिलना चाहिए।
इसमें लिखा गया, ''राम राम सभी भाइयों को मैं रोहित गोदारा। भाइयों आज जो एनकाउंटर हुआ है... ये हमारे लिये जीवन की बहुत बड़ी क्षति है। मैं आपको बता दूं, ये जो न्यूज चैनल वाले जो न्यूज चला रहे हैं, ये ना कि ढेर हुए हैं... ये ढेर नहीं शहीद हुए हैं। इन भाइयों ने धर्म के लिए अपना बलिदान दिया है। अरे कुछ तो शर्म करो। एक मुंह से तुम सनातन सनातन चिल्लाते हो और जो सनातन के लियए लड़ाई लड़े, उसको मार दिया जाता है! ये इंसाफ है।
पोस्ट में आगे लिखा, "ये जितने भी सनातन धर्म का नाम लेकर घूम रहे हैं, ये सिर्फ अपनी रोटी सेक रहें हैं। ये एनकाउंटर नहीं सनातन की हार हुई है। धर्म के लिए लड़ने वालों को इस हिंदुस्तान में मार दिया जाता है। अगर तुम इतने सच्चे हो, तो उठाओ मुद्दा। हमारे शहीद भाइयों को दिलाओ इंसाफ। बाकी मैं पूरे देश को बता देना चाहता हूं ये सनातन धर्म की आड़ में एक धंधा चला हुआ है। सभी देशवासी इनसे सावधान रहें और हम अगर धर्म के लिए लड़ सकते हैं तो हमारे शहीद भाइयों के लिए हम वो काम कर सकते हैं जिसकी कल्पना भी नहीं कर सकते हैं और इसमें जिसका भी हाथ है वो चाहे कितना भी पैसें वाला हो या पावर वाला हो, वक्त लग सकता है। माफी नहीं है।"
पुलिस ने पड़ोसी राज्यों के रिकॉर्ड और CCTV फुटेज की मदद से शूटरों की पहचान की। जांच के अनुसार, नकुल और विजय 11 सितंबर को बाइक से झुमका चौराहा और हिंद गेस्ट हाउस होते हुए दिशा पाटनी के घर पहुंचे थे।