Manisha Dhanwani
2 Dec 2025
नई दिल्ली। नेवी चीफ एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि, Operation Sindoor अभी भी जारी है। इसके साथ ही कहा कि, यह मई 2025 से लगातार पाकिस्तान की समुद्री रणनीतियों को कमजोर कर रहा है। भारतीय नौसेना की मजबूत तैनाती के चलते पाक नौसेना अपने जहाज बंदरगाहों से बाहर नहीं निकाल सकी और मकरान तट तक सिमटकर रह गई। यह कदम बिल्कुल वैसा ही प्रभाव दिखा रहा है जैसा 1971 के युद्ध में नेवी के निर्णायक हमलों के दौरान देखने को मिला था।
एडमिरल त्रिपाठी ने बताया कि, भारतीय नौसेना की निरंतर मौजूदगी की वजह से पाकिस्तान जाने वाले व्यापारिक जहाजों के रूट कम हुए। शिपिंग कंपनियों की इंश्योरेंस कॉस्ट बढ़ी, पड़ोसी देश पर आर्थिक दबाव और बढ़ गया। यह पहला मौका है जब समुद्री सुरक्षा अभियान ने पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर ऐसा प्रभाव डाला है।
नेवी चीफ ने बताया कि, ऑपरेशन के दौरान 30 से अधिक युद्धपोत और पनडुब्बियों को बेहद कम समय में तैनात किया गया। ये तैनाती रणनीतिक रूप से इतनी मजबूत थी कि, पाकिस्तान के जहाज समुद्री क्षेत्र में आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं कर सके।
भारतीय नौसेना ने राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर ₹43,300 करोड़ रुपए के ड्रग्स जब्त किए। अरब सागर में नशा तस्करी के बड़े नेटवर्क तोड़े। नेवी चीफ ने कहा कि, भारत अब फर्स्ट रिस्पॉन्डर नेशन की भूमिका को मजबूती से निभा रहा है और दुनिया इसे सराह रही है।
एडमिरल त्रिपाठी ने बताया कि, पिछले एक साल में 12 नए वॉरशिप नौसेना में शामिल हुए। प्रधानमंत्री द्वारा कमीशन की गई नई सबमरीन ने नेवी की अंडरवॉटर क्षमता बढ़ाई। INS उदयगिरी, नेवी डिजाइन ब्यूरो द्वारा तैयार किया गया, भारत का 100वां स्वदेशी वॉरशिप है। यह ‘आत्मनिर्भर नौसेना’ की दिशा में बड़ी छलांग मानी जा रही है।
नेवी चीफ ने बताया कि, 2021 में NEIIO और TDAC की स्थापना की गई। ये संगठन देश में रक्षा तकनीक को तेज गति देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। DDP के साथ मिलकर कई इनोवेशन संभव हो सके हैं। नौसेना की रणनीति अब पूरी तरह स्वदेशी तकनीकों पर आधारित भविष्य को ध्यान में रखकर बनाई जा रही है।
नेवी चीफ ने लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा की उपलब्धि को ऐतिहासिक बताया। इन दोनों महिला अफसरों ने 240 दिनों में 23,400 समुद्री मील की यात्रा की। 4 महाद्वीप और 3 महासागर पार किए। दुनिया के 3 सबसे खतरनाक समुद्री मोड़- केप ऑफ गुड होप, केप लीविन, केप हॉर्न को सफलतापूर्वक पार किया।
नेवी चीफ के अनुसार, दुनिया में मात्र 1900 नाविक अब तक ऐसी यात्रा कर पाए हैं, जिनमें ये दोनों भारतीय अफसर भी शामिल हो गईं।
साइक्लोन ‘दितवाह’ के दौरान भारत ने अपने पड़ोसी श्रीलंका की तुरंत मदद की। भारत ने 12 टन राहत सामग्री INS विक्रांत और INS उदयगिरी से भेजी। INS विक्रांत के हेलिकॉप्टरों ने 8 लोगों की जान बचाई। INS सुकन्या ने 10-12 टन अतिरिक्त सामग्री त्रिंकोमाली में पहुंचाई। भारत ने फिर साबित किया कि वह हिंद महासागर क्षेत्र का विश्वसनीय सुरक्षा भागीदार है।