Shivani Gupta
24 Dec 2025
द्रास (लद्दाख)। कारगिल विजय दिवस के अवसर पर लद्दाख के द्रास में आयोजित समारोह में भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई सर्जिकल स्ट्राइक पाकिस्तान को यह सीधा संदेश था कि आतंकवाद और उसके समर्थकों को बख्शा नहीं जाएगा।

जनरल द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले का जवाब था, जिसने पूरे देश को गहरे दुख और आक्रोश से भर दिया था। उन्होंने कहा, “इस बार भारत ने केवल शोक नहीं मनाया, बल्कि ठोस जवाब भी दिया। अब दुश्मन को जवाब देना हमारे लिए न्यू नॉर्मल बन गया है।”
इस ऑपरेशन को भारतीय सेना द्वारा एक सर्जिकल प्रिसीजन मिशन के रूप में अंजाम दिया गया, जो सीमापार आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर उनकी कमर तोड़ने का संदेश है।
कारगिल विजय दिवस की 26वीं वर्षगांठ पर आयोजित इस कार्यक्रम में जनरल द्विवेदी के साथ बड़ी संख्या में सैन्य अधिकारी, जवान और शहीदों के परिजन उपस्थित रहे। द्रास स्थित वार मेमोरियल पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की गई और उनके पराक्रम को नमन किया गया।
इधर, दिल्ली के नेशनल वॉर मेमोरियल पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कारगिल युद्ध के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके साथ थलसेना, वायुसेना और नौसेना के प्रमुख भी उपस्थित रहे।
रक्षामंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा, “कारगिल विजय दिवस पर, मैं उन वीरों को श्रद्धांजलि देता हूं जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी देश के सम्मान की रक्षा में असाधारण साहस, धैर्य और दृढ़ संकल्प दिखाया। भारत उनके सर्वोच्च बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा।”

5 मई 1999 को पाकिस्तान की सेना और आतंकियों ने चुपके से कारगिल की ऊंचाइयों पर कब्जा जमाने की कोशिश की थी। जवाब में भारत ने ऑपरेशन विजय शुरू किया। लगभग 84 दिनों तक चले इस संघर्ष में भारत ने अपने वीर जवानों के बल पर दुश्मन को खदेड़ दिया। 26 जुलाई 1999 को यह युद्ध भारत की जीत के साथ समाप्त हुआ।