
वक्फ कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुए हिंसा के बाद अब 24 परगना में भी हिंसा भड़क गई हैं। इस दौरान पुलिसकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई, जिसमें पुलिस की 5 बाइक में तोड़फोड़ कर आग लगा दी गई। साथ ही कैदियों को ले जाने वाली वैन में भी तोड़फोड़ की गई। दरअसल, बसंती हाईवे पर पुलिस ने इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के कार्यकर्ताओं की गाड़ी को रोका, जिससे अशांति फैल गई। इसके बाद सभी ने विरोध प्रदर्शन करते हुए हाईवे जाम कर दिया, जिसके कारण पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा। बता दे कि ये कार्यकर्ता ISF के विधायक नौशाद सिद्दीकी के कहने पर कोलकाता में होने वाली जनसभा में शामिल होने जा रहे थे।
मुर्शिदाबाद में सामान्य होने लगे हालात, अब तक 210 गिरफ्तार
मुर्शिदाबाद में 10 से 12 अप्रैल के बीच हुई हिंसा के बाद अब धीरे-धीरे हालात सामान्य होते जा रहे हैं। सोमवार को ADG लॉ एंड ऑर्डर जावेद शमीम ने बताया कि इलाके में दुकानें खुलने लगे और लोग वापस लौटने लगे हैं। अब तक 19 विस्थापित परिवार अपने घर पहुंच चुके हैं। इसके साथ मालदा और मुर्शिदाबाद के जिला प्रशासन मिलकर लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित कर रहे हैं।
ADG शमीम ने बताया कि हिंसा के मामले में अब तक 210 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक पिता और बेटे की हत्या के मामले में अलग से केस दर्ज किया जाएगा और दोषियों को सजा जरूर मिलेगी। वहीं, केंद्र सरकार ने हिंसाग्रस्त इलाकों में 1600 जवान तैनात किए हैं। इलाके में अब भी इंटरनेट सेवा बंद है और BNS की धारा 163 लागू की गई है।
मुर्शिदाबाद हिंसा के पीछे भाजपा का हाथ- TMC
वहीं तृणमूल कांग्रेस के नेता और पूर्व सांसद कुणाल घोष ने मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस हिंसा के पीछे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कुछ अन्य राजनीतिक दलों की गहरी साजिश है।
घोष के मुताबिक, उन्हें इनपुट मिले हैं कि इस घटना को सोच-समझकर अंजाम दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ केंद्रीय एजेंसियां, बीएसएफ और राजनीतिक दलों के कुछ हिस्से इस साजिश में शामिल थे। बीएसएफ ने कथित तौर पर उपद्रवियों को बॉर्डर पार कराकर बंगाल में दाखिल होने और फिर वापस जाने में मदद की।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने सोशल मीडिया पर दूसरे राज्यों की तस्वीरों को मुर्शिदाबाद का बताकर भ्रम फैलाने की कोशिश की। उनका आरोप है कि बंगाल को बदनाम करने और लोगों को भड़काने की कोशिश की जा रही है ताकि भाजपा इसका राजनीतिक फायदा उठा सके।
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