भोपाल/इंदौर। प्रदेश भर में गुरुवार को पटवारी चयन परीक्षा के नतीजों को लेकर प्रदर्शनों का दौर चला। राज्य के हर जिले में छात्र-छात्राओं का हुजूम सड़कों पर उतरा और पटवारी चयन परीक्षा निरस्त कर नई परीक्षा कराने के साथ ही इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग उठाई।
दिनभर चले विवाद के बाद पटवारी भर्ती परीक्षा के रिजल्ट के तहत होने वाली नियुक्तियों पर रोक लगाई गई। CM शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से इसकी जानकारी दी है। साथ ही ग्वालियर के जिस सेंटर के रिजल्ट पर संदेह है वहां के परिणाम के पुनः परीक्षण कराने की बात कही है।
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पटवारी परीक्षा घोटाला, व्यापमं घोटाला 2.0 है : राहुल
इधर, कांग्रेस को चुनावी साल में सत्ताधारी दल और प्रदेश सरकार को घेरने का ये मुद्दा हाथ लग गया है। राहुल गांधी ने इस मामले पर BJP सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया कि पटवारी परीक्षा घोटाला, व्यापमं घोटाला 2.0 है, जिसने लाखों युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है।
पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस मामले को लेकर ट्वीट किया कि एमपी सरकार में नौकरियों के लिए लाखों रुपए की बोली लगाई जा रही है, फिर भी सरकार जांच कराने से करता रही है। इधर, सरकार की तरफ से प्रदेश के गृह मंत्री लगातार सफाई दे रहे हैं कि पटवारी चयन परीक्षा में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं हुई।
इंदौर में बड़ी संख्या में छात्रों ने किया प्रदर्शन
कलेक्टर कार्यालय पर बड़ी संख्या में आज स्टूडेंट्स ने प्रदर्शन किया। दो हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स इंदौर कलेक्टर कार्यालय का घेराव करने पहुंचे। स्टूडेंट की मांग है कि पटवारी भर्ती परीक्षा में ग्वालियर के एनआरआई कॉलेज के छात्रों का ज्यादा से ज्यादा सिलेक्शन होने पर कॉलेज की और चयन समिति की जांच करने की मांग की है।
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एनआरआई कॉलेज के 10 में से 7 छात्र टॉपर
दरअसल, इंदौर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे युवाओं का आरोप है कि परीक्षा परिणाम में टॉप करने वाले 10 में से 7 छात्र एनआरआई कॉलेज के हैं, जहां पर 9000 अभ्यार्थियों में से अधिकतर अभ्यार्थी का परीक्षा केंद्र एनआरआई कॉलेज आया था। इसमें ज्यादातर टॉपर के हस्ताक्षर भी हिंदी में है। इसमें टॉप करने वाल अभ्यार्थियों ने 188 अंक तक हासिल किए हैं। जबकि, मध्य प्रदेश के अन्य जिलों में कठिन पेपर आने के कारण 140 नंबर तक भी अभ्यार्थी नहीं ला पाए, जिससे कॉलेज में घोटाला होना प्रतीत होता है।
CM के नाम SDM को सौंपा ज्ञापन
इस पूरे मामले की और मध्य प्रदेश चयन समिति की जांच होनी चाहिए। मध्य प्रदेश चयन समिति की एक बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। जिसके कारण मध्य प्रदेश के कई युवाओं का भविष्य गर्त में जा रहा है। परीक्षा ग्रुप एक, ग्रुप दो पटवारी भर्ती परीक्षा की न्यायिक एवं निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। साथ ही जांच में दोषी पाए जाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए। इंदौर में पहुंचे बड़ी संख्या में युवाओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपा।
मंदसौर में विद्यार्थियों ने निकाली रैली
मंदसौर में सैकड़ों विद्यार्थियों ने रैली निकालकर प्रदर्शन किया और कलेक्ट्रेट पहुंच मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हुए संयुक्त कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान नाराज छात्रों ने कलेक्ट्रेट गेट पर बैठकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की ओर आक्रोश जताया।
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खरगोन में छात्र-छात्राएं सड़कों पर उतरीं।[/caption]
खरगोन : धरना-प्रदर्शन में जयस भी हुआ शामिल
खरगोन में भी व्यापमं द्वारा ली गई पटवारी परीक्षा मे फर्जीवाड़ा का विरोध करते हुए छात्र-छात्राएं सड़कों पर उतरे, इस दौरान कलेक्ट्रेट पर जमकर नारेबाजी की गई। इस धरना प्रदर्शन में जयस भी शामिल हुआ। छात्र-छात्राओं मे इस परीक्षा को निरस्त कर घोटाले की सीबीआई जांच कराने की मांग की।
धार में तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
इधर, धार में सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने पटवारी चयन परीक्षा मे धांधली का आरोप लगाते हुए त्रिमूर्ति चौराहे पर जमकर प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं रैली के रूप मे यहां पहुंचे और मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने आरोप लगाए कि वे लंबे समय से इसी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। लेकिन, इसका परिणाम आने पर पता चला कि इसमें जमकर धांधली हुई है।
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