Mithilesh Yadav
18 Sep 2025
राजीव सोनी। मध्यप्रदेश के मंत्री-विधायक निर्वाचन क्षेत्रों में विधानसभा के भाषणों से अपने परफार्मेंस की ब्रांडिंग जोर शोर से कर सकेंगे। दरअसल विधानसभा सचिवालय सदन में दिए गए जनप्रतिनिधियों के भाषणों के विजुअल उपलब्ध कराने लगा है। विधानसभा में महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा के दौरान मंत्री-विधायकों ने अपने क्षेत्र की समस्याओं और विकास से जुड़ी योजनाओं पर कितनी गंभीरता दिखाई, उसकी वीडियो क्लीपिंग सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता दिखाने का काम करेगी। विधानसभा द्वारा शुरू की गई इस सुविधा का लाभ कई मंत्रीवि धायक चुनाव में उठा चुके हैं।
16 वीं विधानसभा में पहली बार निर्वाचित होकर पहुंचे सभी 69 विधायकों में इसका जबरदस्त क्रेज देखा जा रहा है। खासतौर पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछली विधानसभा में इस सुविधा का भरपूर लाभ उठाया। कई बार तो सदन में अहम मुद्दों पर भाषण होने के पहले ही सचिवालय में विजुअल के लिए उनका आवेदन पहुंच जाता था।
मध्यप्रदेश विधानसभा सचिवालय के सूत्रों का कहना है कि सभी विधायकों के लिए यह सुविधा उपलब्ध कराई गई है। पेन-ड्राइव के लिए न्यूनतम शुल्क100 रुपए देकर सदस्य अपने भाषण का विजुअल खरीद सकेंगे। पिछले सत्र में कई विधायकों ने इस सुविधा का उपयोग किया लेकिन अगले महीने होने वाले बजट सत्र में पहली बार के विधायकों के लिए यह नया अनुभव होगा। दरअसल विधायकों को कामकाज संबंधी टिप्स देते हुए ‘इमेज बिल्डिंग’और सक्रियता दिखाने इस सुविधा का उपयोग करने मशविरा नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने दिया।
विधानसभा सूत्रों का कहना है कि सदन में दिए गए अपने ही भाषणों के विजुअल खरीद पाने की सुविधा के बारे में नए- पुराने विधायकों की पूछताछ अब काफी बढ़ गई है। उन्हें सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता दिखाने का पुख्ता आधार नजर आने लगा है। हालांकि इस बारे में सचिवालय द्वारा सदस्यों को भाषणों के क्लीपिंग देने के पहले यह शर्त भी समझा दी गई है कि इस बात की उन्हें गारंटी देना होगी कि उक्त विजुअल का किसी भी तरह से दुरुपयोग नहीं होगा। इसी शर्त के आधार पर विधायकों और मंत्रियों को विधानसभा में दिए उनके भाषण के विजुअल दिए जाएंगे।
मैं एक दशक पहले भी विधायक रह चुका हूं लेकिन तब यह सुविधा नहीं थी। यह अच्छी पहल है, मतदाता भी यह देख सकेंगे कि उनके विधायक सदन में दमदारी से क्षेत्र की समस्याएं उठा रहे हैं। भाषणों की क्लीपिंग से जनप्रतिनिधि की उसके निर्वाचन क्षेत्र में सक्रियता का मूल्यांकन भी होगा। मैं भी इस सुविधा का भरपूर उपयोग करूंगा। - लखन सिंह पटेल, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार
पिछली विधानसभा के दौरान कई मंत्री-विधायक अपने भाषणों के विजुअल लेने आगे आए। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कई मर्तबा भाषणों की क्लीपिंग लेने में दिलचस्पी दिखाई। सदन में दिए गए उनके भाषणों के अंश सोशल मीडिया पर वायरल भी हुए। सचिवालय ने शुल्क तो ऐसा कुछ तय नहीं किया, पेन-ड्राइव का मूल्य ही रखा है। - एपी सिंह , प्रमुख सचिव विधानसभा