मणिपुर। मणिपुर में भड़की हिंसा की आग थमने का नाम नहीं ले रही है। यहां नए साल के पहले दिन 4 लोगों को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। जबकि, गोलीबारी में 11 लोग घायल हुए हैं। जिसके बाद गुस्साई भीड़ ने हमलावरों की गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया। घटना सोमवार देर शाम की बताई जा रही है। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
कई जिलों में लगाया कर्फ्यू
अधिकारियों के मुताबिक, हमलावर लिलोंग चिंगजाओ इलाके में जबरन वसूली के लिए आए थे। उन्होंने स्थानीय लोगों को निशाना बनाकर गोलीबारी की, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने हमलावरों को खदेड़ा, लेकिन बदमाशों ने फायरिंग कर दी। हालांकि, आरोपियों की पहचान नहीं हो सकी है। प्रशासन का दावा है कि हिंसा पर काबू पा लिया गया है। जबकि इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, थौबल, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है।
फायरिंग में इन लोगों ने गंवाई जान
जान गंवाने वालों में मोहम्मद आजाद खान (40), मोहम्मद दौलत (30), एम सिराजुद्दीन (50) और मोहम्मद हुसैन (22) शामिल हैं। घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है, जिनमें से कुछ लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है।
CM बीरेन बोले- अपराधियों को इस गुनाह की जल्द सजा मिलेगी
हिंसा के बाद मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने एक वीडियो जारी कर हिंसा की निंदा की और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए काम कर रही है। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर, कानून के अनुसार सजा दी जाएगी।
अब तक 180 लोगों ने गंवाई जान
मणिपुर के मोरेह में रविवार को उस समय तनाव फैल गया, जब विद्रोहियों और सुरक्षा बलों की क्रॉस फायरिंग में कुछ स्थानीय नागरिक घायल हो गए थे। 3 मई 2023 को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से अब तक 180 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं।