
प्रयागराज। बसंत पंचमी पर महाकुंभ का तीसरा और अंतिम अमृत स्नान जारी है। साधु-संत संगम में स्नान करने के लिए हाथों में तलवार, गदा, डमरू और शंख लिए हर-हर महादेव का जयकारा लगाते हुए पहुंच रहे हैं। पंचायती निरंजनी अखाड़ा पहले पहुंचा, फिर जूना और किन्नर अखाड़े ने स्नान किया। एक-एक करके 13 अखाड़े स्नान करेंगे। त्रिवेणी संगम में श्रद्धालुओं का पावन स्नान भी हो रहा है। हेलिकॉप्टर से संगम पर पुष्पवर्षा भी की गई।
1 फरवरी तक 33.61 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया। सुरक्षा के लिए सीएम योगी के निर्देश पर ऑपरेशन इलेवन चलाया गया है और विशेष इंतजाम किए गए हैं। जैसे वन वे रूट, अतिरिक्त पुलिस बल और बैरिकेडिंग।
10km तक भीड़, लखनऊ वॉर रूम में 3 बजे से योगी
संगम जाने वाले रास्तों पर 10 किमी तक श्रद्धालुओं की भीड़ है। लोग प्रयागराज जंक्शन से 8 से 10 किमी पैदल चलकर संगम पहुंच रहे हैं। भीड़ को देखते हुए लेटे हनुमान मंदिर को बंद कर दिया गया है। मेला क्षेत्र के सभी रास्ते वन-वे बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह साढ़े तीन बजे से लखनऊ वॉर रूम में डीजीपी, गृह सचिव और मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों से बसंत पंचमी के अमृत स्नान की स्थिति पर लगातार अपडेट ले रहे हैं और जरूरी निर्देश दे रहे हैं।
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त्रिवेणी संगम पर संतों-महात्माओं पर फूलों की वर्षा
प्रयागराज-महाकुंभ में बसंत पंचमी के अमृत स्नान में त्रिवेणी संगम पर संतों और महात्माओं पर फूलों की पंखुड़ियों की वर्षा की गई।
महाकुंभ में बसंत पंचमी का अमृत स्नान शुरू
महाकुंभ में बसंत पंचमी का अमृत स्नान शुरू, रात 3 बजे पंचायती अखाड़ा महा निर्वाणी के नागा साधुओं ने विशेष पूजा–अर्चना की।
जूना अखाड़े के नागा साधुओं ने किया अमृत स्नान
4 फरवरी तक के लिए नई गाइडलाइन:
आज से 4 फरवरी तक श्रद्धालुओं को अपने वाहन शहर के बाहर पार्किंग में लगाने होंगे। इसके बाद वे शटल बस या पैदल घाटों तक जा सकेंगे। बड़ी और छोटी गाड़ियों के लिए अलग-अलग पार्किंग की व्यवस्था की गई है। सभी रेलवे स्टेशनों पर वन-वे व्यवस्था लागू कर दी गई है। एक दिशा में श्रद्धालु आएंगे और दूसरी दिशा से वे बाहर निकल सकेंगे।
बसंत पंचमी पर विशेष स्नान का मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल बसंत पंचमी 2 फरवरी को सुबह 11:54 बजे शुरू होगी और 3 फरवरी को सुबह 9:35 बजे समाप्त होगी।
- उदय तिथि के अनुसार, बसंत पंचमी का स्नान 3 फरवरी को किया जाएगा।
- स्नान और दान के लिए सर्वार्थ सिद्धि योग 3 फरवरी को सुबह 7:09 बजे से रात 12:52 बजे तक रहेगा।
- रवि योग 3 फरवरी को रात 12:52 बजे से सुबह 7:08 बजे तक रहेगा।
- ब्रह्म मुहूर्त 3 फरवरी को सुबह 5:24 बजे से 6:16 बजे तक होगा।
- अमृत काल रात 8:24 बजे से 9:53 बजे तक रहेगा।
- अभिजीत मुहूर्त 3 फरवरी को दोपहर 12:13 बजे से 12:57 बजे तक रहेगा।
भगदड़ के बाद महाकुंभ मेले में 5 बड़े बदलाव
- मेला क्षेत्र पूरी तरह नो-व्हीकल जोन : सभी प्रकार के वाहनों का मेला क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा।
- मेला प्रशासन की ओर से VVIP पास रद्द : किसी भी विशेष पास के जरिए वाहन को प्रवेश नहीं मिलेगा।
- मेला क्षेत्र में रास्ते किए गए वन-वे : श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए एक तरफा मार्ग व्यवस्था लागू की गई है। जिसके तहत श्रद्धालुओं को एक मार्ग से एंट्री मिलेगी और वो दूसरे रास्ते से बाहर आ सकेंगे।
- वाहनों की एंट्री पर रोक : प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है।
- 4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध : बसंत पंचमी का स्नान संपन्न होने तक सख्त प्रतिबंध लागू रहेंगे> शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक रहेगी।
महाकुंभ अमृत स्नान तिथियां
- मकर संक्रांति – 14 जनवरी 2025 के दिन पहला अमृत स्नान हो चुका।
- मौनी अमावस्या – 29 जनवरी 2025 के दिन दूसरा अमृत स्नान होगा।
- बसंत पंचमी – 3 फरवरी 2025 के दिन तीसरा अमृत स्नान होगा।
- माघ पूर्णिमा – 12 फरवरी 2025 के दिन चौथा अमृत स्नान होगा।
- महाशिवरात्रि – 26 फरवरी 2025 के दिन आखिरी अमृत स्नान होगा।
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