Naresh Bhagoria
4 Dec 2025
भोपाल। मध्यप्रदेश में साइबर पुलिस ने बीते दो महीनों में आॅनलाइन ठगी करने वाले अपराधियों से एक करोड़ रुपए से अधिक की राशि बरामद करने में सफलता हासिल की है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कैलाश मकवाना ने शनिवार को बताया कि आॅपरेशन एफएएसटी के तहत साइबर पुलिस ने सितंबर में 97 लाख रुपए और अक्टूबर में 22 लाख रुपए फ्रीज किए। साथ ही 83.95 लाख रुपए मूल्य के वाहन और मादक पदार्थ भी जब्त किए गए हैं। इस तरह कुल बरामदगी का आंकड़ा एक करोड़ रुपए से अधिक पहुंच गया है। मकवाना ने बताया यह आॅपरेशन साइबर ठगी के नेटवर्क को तोड़ने और भविष्य में ऐसे अपराधों को रोकने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।
पुलिस टीमों ने तकनीकी विश्लेषण, बैंकिंग समन्वय, आॅनलाइन ट्रैकिंग, सी-डैक प्लेटफॉर्म और साइबर क्राइम पोर्टल की मदद से यह सफलता हासिल की। बरामद की गई राशि पीड़ितों के बैंक खातों में वापस कर दी गई। राज्य भर में बड़ी संख्या में ठगी में इस्तेमाल हुए सिम कार्ड भी ब्लॉक किए गए हैं। इनमें से सबसे अधिक 1,220 सिम कार्ड छतरपुर से, 500 अनुपपुर से, 352 उज्जैन से और 132 कटनी से जब्त किए गए। पुलिस ने इन सभी मामलों की जांच करते हुए नेटवर्क को पहचानने और बंद करने की दिशा में लगातार कार्रवाई जारी रखी है। मंदसौर और गुना जिलों में पुलिस ने साइबर अपराध से जुड़े मामलों में मादक पदार्थों और वाहनों की भी जब्ती की है।
प्रदेश के कई अन्य जिलों में भी इसी तरह की कार्रवाई चल रही है। इसके साथ ही भोपाल के जोन-4 पुलिस ने भी एक संयुक्त अभियान चलाकर 100 से अधिक खोए हुए मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनकी कीमत करीब 17 लाख रुपए बताई गई है। यह मोबाइल फोन धनतेरस से ठीक पहले उनके मालिकों को लौटाए गए, जिससे कई लोगों के चेहरों पर खुशी लौट आई। कई नागरिकों ने तो अपने मोबाइल वापस मिलने की उम्मीद ही छोड़ दी थी, लेकिन पुलिस की मेहनत ने त्योहार से पहले उन्हें खुश कर दिया। डीसीपी (जोन-4) मयूर खंडेलवाल ने बताया कि कोलार, चुनाभट्टी, बैरागढ़, गांधी नगर, छोला मंदिर, खजूरी सड़क और निशातपुरा थानों की टीमों ने सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (सीईआईआर) पोर्टल की मदद से इन मोबाइलों का पता लगाया।