Naresh Bhagoria
4 Dec 2025
Naresh Bhagoria
4 Dec 2025
शाजापुर। जिले के शुजालपुर क्षेत्र में रविवार से काले हिरण (ब्लैकबक) पकड़ने का विशेष अभियान शुरू किया जाएगा। वन विभाग द्वारा शुरू किए जाने वाले इस अभियान में दक्षिण अफ्रीका से आए वन्यजीव विशेषज्ञों की टीम सहयोग करेगी। दक्ष्निण अफ्रीकी वन्य जीव विशेषज्ञों की टीम दो दिन पहले ही यहां पहुंच चुकी है। इस मिशन में रॉबिन्सन हेलीकॉप्टर का उपयोग किया जाएगा, जो शुजालपुर पहुंच चुका है। इसी हेलीकॉप्टर की मदद से विशेषज्ञ बोमा तकनीक से 400 हिरणों को घेरकर सुरक्षित तरीके से पकड़ेंगे। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) वन्यजीव शुभ्रंजन सेन ने बताया कि इस अभियान में दक्षिण अफ्रीका से आए 15 विशेषज्ञों की टीम भाग ले रही है, जिसका नेतृत्व प्रसिद्ध वन्यजीव विशेषज्ञ लेस कार्ले कर रहे हैं।
इस टीम के साथ पेंच, मंदसौर और शाजापुर के वन अधिकारी भी शामिल हैं, ताकि वे इस तकनीक को सीख सकें और भविष्य में इसी तरह के अभियानों को स्वयं संचालित कर सकें। जानकारी के अनुसार, वन विभाग दक्षिण अफ्रीकी विशेषज्ञों की इस सेवा के लिए लगभग 1 करोड़ रुपए का भुगतान करेगा। काले हिरणों की संख्या शाजापुर जिले में तेजी से बढ़ रही है और यह किसानों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। बड़ी संख्या में ब्लैकबक खेतों में घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे किसानों को लाखों रुपए का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
इस अभियान का एक और उद्देश्य पकड़े गए हिरणों का पुनर्वास (ट्रांसलोकेशन) है। हिरणों को सुरक्षित रूप से कुनो राष्ट्रीय उद्यान (श्योपुर) और मंदसौर के गांधी राष्ट्रीय उद्यान में स्थानांतरित किया जाएगा। वहां ये हिरण चीतों के लिए प्राकृतिक शिकार आधार (प्रे बेस) का काम करेंगे। इससे एक ओर शाजापुर के किसानों को राहत मिलेगी, वहीं दूसरी ओर चीतों के संरक्षण और पारिस्थितिक संतुलन को भी मदद मिलेगी। गौरतलब है कि शाजापुर में काले हिरणों की बढ़ती संख्या का मुद्दा राजनीतिक रंग भी ले चुका है।
काले हिरण क्षेत्र के किसानों के लिए बड़ी समस्या बन गए हैं। जनप्रतिनिधि भी लगातार विधानसभा में इस समस्या को उठाते रहे हैं। किसानों हो रही हानि पर चिंता व्यक्त कर चुके हैं। अब वन विभाग का यह कदम किसानों और पर्यावरण दोनों के लिए संतुलित समाधान माना जा रहा है। दक्षिण अफ्रीकी विशेषज्ञों की टीम अपने साथ ऐसे अनुभवी पायलट भी लाई है, जो बेहद कम ऊंचाई पर हेलीकॉप्टर उड़ाकर हिरणों का पीछा कर एक जगह एकत्र करेंगे, ताकि उन्हें बिना नुकसान पहुंचाए पकड़ा जा सके। यह आॅपरेशन राज्य के वन्यजीव प्रबंधन के लिहाज से महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।