Manisha Dhanwani
13 Oct 2025
तिरुवनंतपुरम। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में एक 26 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर अनंदु अजी ने 9 अक्टूबर को आत्महत्या कर ली। यह मामला तब चर्चा में आया जब 12 अक्टूबर को कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर इसकी जांच की मांग की। अनंदु ने आत्महत्या से पहले अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक भावनात्मक और चौंकाने वाला सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और उसके कार्यकर्ताओं पर बचपन में यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए।
अपनी अंतिम पोस्ट में अनंदु ने लिखा- “मैं एक व्यक्ति और एक संगठन के अलावा किसी से नाराज नहीं हूं। वह संगठन RSS है। यही वह जगह है, जिसने मुझे जीवन भर का सदमा दिया। बचपन में RSS कैंप्स में मेरे साथ बार-बार यौन शोषण हुआ। मैं अकेला पीड़ित नहीं हूं, कई और बच्चे भी इससे गुजरे हैं।”
अनंदु ने आगे लिखा कि, वह कई सालों से डिप्रेशन और गंभीर मानसिक बीमारी से जूझ रहे थे। उन्होंने बताया कि, बचपन में उन्हें उनके पिता RSS कैंप में लेकर गए थे, जहां ITC और OTC शिविरों में उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अनंदु का शव तिरुवनंतपुरम के थम्पनूर स्थित एक लॉज के कमरे में फंदे से लटका हुआ मिला। लॉज के कर्मचारियों ने जब देखा की काफी से दरवाजा नहीं खुल रहा, तो पुलिस को सूचना दी। मौके से पुलिस ने सुसाइड नोट और मोबाइल फोन बरामद किया है।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा- “अपने सुसाइड नोट में अनंदु अजी ने लिखा है कि उसे RSS के कई सदस्यों ने बार-बार यौन शोषण का शिकार बनाया। उसने साफ कहा है कि वह अकेला नहीं था। अगर यह सच है, तो यह बेहद भयावह है।”
प्रियंका ने आगे लिखा कि RSS को इस पूरे प्रकरण पर स्पष्ट जवाब देना चाहिए। “आरएसएस के नेतृत्व को तुरंत इस पर जवाब देना चाहिए। लाखों बच्चे इन शिविरों में भाग लेते हैं। यदि ऐसे आरोप सही हैं, तो यह सुरक्षा और नैतिक जिम्मेदारी का गंभीर सवाल है।”
उन्होंने यह भी कहा कि- “लड़कों के साथ यौन शोषण भी उतना ही भयावह है जितना लड़कियों के साथ होता है। इन अमानवीय अपराधों पर चुप्पी तोड़नी जरूरी है।”
वामपंथी संगठन DYFI (Democratic Youth Federation of India) के राज्य सचिव वी.के. सनोज़ ने भी प्रियंका गांधी की मांग का समर्थन किया। उन्होंने कहा- “जिन लोगों ने यह अपराध किया है, उन्हें कानून के तहत कड़ी सजा मिलनी चाहिए। अनंदु ने जिन शाखाओं के नाम लिए हैं, उनके प्रमुखों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए।”
केरल पुलिस ने अनंदु की आत्महत्या के मामले में औपचारिक जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने बताया कि वह मृतक के सोशल मीडिया पोस्ट, इंस्टाग्राम चैट्स और कॉल रिकॉर्ड्स की जांच कर रही है ताकि आरोपों से जुड़े व्यक्तियों की पहचान की जा सके। अधिकारियों ने बताया कि मामले को संवेदनशीलता के साथ देखा जा रहा है और मनोवैज्ञानिक पहलुओं को भी जांच में शामिल किया जाएगा।
अनंदु अजी की मौत ने समाज में बचपन में होने वाले यौन शोषण और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर नई बहस छेड़ दी है। यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की आत्महत्या नहीं, बल्कि उन तमाम आवाजों का प्रतीक बन गया है जो डर और सामाजिक दबाव के कारण सामने नहीं आ पातीं।