
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों का सख्त अभियान जारी है। जम्मू के अखनूर में शनिवार को आतंकियों से मुठभेड़ में सेना का JCO शहीद हो गया। अखनूर के केरी बट्टल इलाके में शुक्रवार देर रात एनकाउंटर शुरू हुआ था। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है, सर्च ऑपरेशन जारी है।
बीते दो हफ्तों में घाटी में आतंकियों के खिलाफ कई बड़े ऑपरेशन चलाए गए, जिनमें कई आतंकियों को ढेर कर दिया गया। वहीं कुछ सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुए हैं। खास तौर पर किश्तवाड़, कठुआ, पुंछ और अखनूर जैसे संवेदनशील इलाकों में सेना ने सघन सर्च ऑपरेशन चलाया है।
अखनूर में सेना JCO शहीद
शनिवार (12 अप्रैल) को जम्मू जिले के अखनूर के केरी बट्टल इलाके में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान सेना का एक जूनियर कमीशंड अफसर (JCO) शहीद हो गया। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर रखा है और ड्रोन व स्निफर डॉग्स की मदद से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
अखनूर के केरी बट्टल इलाके में शुक्रवार रात पाकिस्तान रेंजरों ने सीमा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। इस गोलीबारी में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया। माना जा रहा है कि, पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग का मकसद आतंकियों को सीमा पार से घुसपैठ करवाना था। भारतीय सेना ने इस कार्रवाई का सख्त जवाब दिया। साथ ही यह भी संभावना जताई जा रही है कि, इलाके में संदिग्ध गतिविधियां देखने के बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की। माना जा रहा है कि कुछ आतंकी इलाके में छिपे हो सकते हैं।
किश्तवाड़ में मारा गया जैश का टॉप कमांडर
किश्तवाड़ जिले के घने जंगलों में शुक्रवार (11 अप्रैल) को सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद का टॉप कमांडर सैफुल्लाह भी शामिल था। सैफुल्लाह लंबे समय से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में था। ऑपरेशन शुक्रवार दोपहर शुरू हुआ और देर रात तक चला।
LoC पर घुसपैठ की कोशिश
1 अप्रैल को पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन किया गया। उसी दौरान 3 माइन ब्लास्ट और फायरिंग की घटनाएं हुईं। भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में 4 से 5 पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराया।
इसके अलावा, RS पुरा सेक्टर में भी BSF जवानों ने एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को ढेर किया। सेना ने स्पष्ट किया है कि वह 2021 के DGSMO समझौते के तहत शांति बनाए रखने के पक्ष में है, लेकिन घुसपैठ या गोलीबारी का जवाब मजबूती से दिया जाएगा।
कठुआ में 20 दिन में 4 मुठभेड़
पिछले 20 दिनों में कठुआ जिले में आतंकी गतिविधियों में अचानक तेजी देखी गई है। यहां 4 बड़ी मुठभेड़ें हुईं, जिनमें कई आतंकी मारे गए और 4 सुरक्षाबल के जवान शहीद हुए।
- 23 मार्च को हीरानगर सेक्टर में आतंकियों ने एक परिवार को बंधक बना लिया था, लेकिन वे सुरक्षित भाग निकले।
- 28 मार्च को हुई मुठभेड़ में 2 आतंकी मारे गए, लेकिन SOG के 4 जवान शहीद हुए और DSP समेत कई घायल हुए।
- 31 मार्च की रात पंजतीर्थी मंदिर के पास मुठभेड़ हुई, जिसमें एक आतंकी मारे जाने की खबर है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई।
- सेना ने इस इलाके में ड्रोन, स्निफर डॉग्स और हेलीकॉप्टर की मदद से सघन तलाशी अभियान चलाया है।
आखिरी आतंकी के खात्मे तक जारी रहेगा ऑपरेशन
DIG शिव कुमार शर्मा ने साफ किया कि जब तक आखिरी आतंकी जिंदा है, ऑपरेशन नहीं रुकेगा। उन्होंने लोगों से अपील की है कि, किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत सुरक्षाबलों को दें।
उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एम. वी. सुचिन्द्र कुमार ने किश्तवाड़ ऑपरेशन में सेना की त्वरित कार्रवाई की सराहना की और कहा कि भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर को आतंकमुक्त बनाने के अपने संकल्प पर डटी है।
सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा सख्त
डोडा, उधमपुर, राजौरी और कठुआ जिलों के सीमावर्ती और पहाड़ी इलाकों में सुरक्षाबलों ने निगरानी बढ़ा दी है। तलाशी अभियान लगातार जारी है ताकि कोई भी आतंकी सीमा पार से घुसपैठ न कर सके या छिप न सके।
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