भोपालमध्य प्रदेश

आमरण अनशन पर बैठे जेल कर्मचारी : जीपीएफ घोटाले के बाद भैरवगढ़ सेंट्रल जेल की अधीक्षिका को हटाने की मांग

विजय एस गौर, भोपाल। केंद्रीय जेल भैरवगढ़ जिला उज्जैन की अधीक्षिका उषा राज को हटाने के लिए तीन जेल कर्मचारियों ने आमरण अनशन शुरू किया। इनमें सुरेंद्र मरमट, मोहन और अमित शर्मा शामिल हैं। कर्मचारियों के भविष्य निधि खाते से 15 करोड़ से ज्यादा निकालकर हड़प लिए गए हैं। इसके लिए जेल अधीक्षिका उषा राज के लॉगइन पासवर्ड का इस्तेमाल किया गया है। सबसे बड़ा अमाउंट अक्टूबर 2022 के आसपास निकाला गया है।

कर्मचारियों ने लगाए आरोप

इस मामले में अभी तक कलेक्टर के निर्देश पर सिर्फ एक तृतीय श्रेणी कर्मचारी रिपुदमन सिंह के खिलाफ ही धारा 420 में FIR दर्ज हुई है। कर्मचारियों का कहना है कि अधीक्षिका उषा राज के कार्यकाल में ढेरों गड़बड़ियां हुई हैं, जिनकी शिकायत जेल मुख्यालय को भेजी गई, जो कि जांच में लगातार साबित होने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो पा रही।

जांच में जुटी 5 सदस्य टीम

तीन बार जेल मुख्यालय शासन को अधीक्षिका उषा राज को हटाने का प्रस्ताव भेज चुका है। लेकिन, फाइल जेल मंत्री के यहां जाकर ठंडे बस्ते में दफन हो जाती है। फिलहाल, जेल मुख्यालय के निर्देश पर जीपीएफ घोटाले की जांच के लिए 5 सदस्य टीम डीआईजी मंसाराम पटेल की अगुवाई में जुटी है। टीम की प्राथमिक जांच रिपोर्ट आज देर शाम तक जेल मुख्यालय को मिलने की उम्मीद है।

छुट्टी पर जाने की कोशिश में थी अधीक्षिका

दूसरी ओर उज्जैन जिला के एडिशनल एसपी इंद्रजीत बालवार की टीम भी जांच कर रही है, जिसमें अभियुक्तों की संख्या बढ़कर चार होने की उम्मीद है। इस मामले के सामने आते ही अधीक्षिका उषा राज ने छुट्टी का आवेदन देकर जाने की कोशिश की थी, लेकिन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने इस पर नाराजगी जताई। जिसके बाद छुट्टी का आवेदन मंजूर नहीं हो सका।

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