Shivani Gupta
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1 Dec 2025
तेहरान/तेल अवीव/दोहा। पश्चिम एशिया में 12 दिन से जारी ईरान और इजराइल के बीच भीषण जंग पर अब विराम लग गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहल पर आखिरकार दोनों देशों ने सीजफायर (युद्धविराम) के लिए सहमति जताई। ट्रंप ने मंगलवार तड़के अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर इसका ऐलान किया और कहा कि “अब से सीजफायर लागू होता है, कृपया इसे न तोड़ें।”
हालांकि, युद्धविराम के ऐलान के बाद भी ईरान ने मिसाइल हमले किए जिससे स्थिति को लेकर भ्रम और चिंता दोनों बढ़ गए हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पोस्ट में दावा किया कि दोनों देश उनके पास “शांति” की मांग लेकर आए और अब युद्ध खत्म होने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि “मिडिल ईस्ट ही असली विजेता है। भविष्य में शांति, प्रेम और समृद्धि दोनों देशों का इंतजार कर रही है।” ट्रंप ने यह भी कहा कि 24 घंटे के भीतर युद्ध की औपचारिक समाप्ति की घोषणा हो जाएगी।

ट्रंप के ऐलान के तुरंत बाद ही ईरान ने इजराइल पर छह बार मिसाइल हमले किए। इनमें से एक मिसाइल इजराइल के बीर्शेबा शहर में एक अपार्टमेंट पर गिरी, जिसमें 6 नागरिकों की मौत हो गई और 20 से अधिक घायल हुए।
इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने बताया कि उन्होंने जवाबी कार्रवाई में ईरान के कई बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्चर्स को पश्चिमी ईरान में तबाह कर दिया।
सीजफायर से कुछ घंटे पहले ईरान ने कतर में अमेरिका के अल-उदीद एयरबेस पर 19 मिसाइलें दागीं। हालांकि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ क्योंकि ईरान ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया था।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने हमले के बाद कहा कि “ईरान आत्मसमर्पण करने वाला देश नहीं है, हम किसी के सामने नहीं झुकेंगे।”

बीर्शेबा में मिसाइल हमले के बाद राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। इजराइली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से तीन लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। लेकिन आशंका जताई जा रही है कि कई लोग मलबे में अब भी फंसे हो सकते हैं।
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि “हमारी सेना अंतिम क्षण तक इजराइल के हमलों का जवाब देती रहेगी।” उन्होंने ईरानी सेना की सराहना करते हुए कहा कि वे अंतिम सांस तक देश की रक्षा के लिए तत्पर हैं।
ट्रंप ने यह भी कहा कि दोनों देश अपने “लास्ट मिशन” पूरे करेंगे, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि इन मिशनों में क्या शामिल है। हालांकि, यह बात साफ है कि दोनों पक्ष अब किसी बड़े युद्ध से बचना चाहते हैं।
मंगलवार को ईरानी सरकारी टेलीविजन ‘प्रेस टीवी’ ने भी युद्धविराम की पुष्टि कर दी। उन्होंने बताया कि इजराइल के साथ संघर्ष समाप्त हो गया है। हालांकि इजराइल की ओर से अभी तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है।
विश्लेषकों का मानना है कि ईरान ने यह युद्धविराम दबाव में नहीं, बल्कि अपनी शर्तों पर स्वीकार किया है। इस जंग में ईरान को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा – उसके तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर अमेरिका ने हमला किया और रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कई टॉप कमांडर मारे गए।
इसके अलावा, उसे मिडिल ईस्ट में किसी भी देश से सैन्य समर्थन नहीं मिला। रूस और चीन ने केवल नैतिक समर्थन दिया, लेकिन अमेरिका और इजराइल के खिलाफ खुलकर नहीं उतरे।