Hemant Nagle
9 Dec 2025
117 साल पुराने ऐतिहासिक रानी सराय पुलिस मुख्यालय को अब मेट्रो परियोजना के सामने झुकना नहीं पड़ेगा। रीगल तिराहे की इस धरोहर को बचाने के लिए उठी जनता की आवाज़ और इतिहास प्रेमियों के विरोध के बाद आखिरकार मेट्रो अधिकारियों ने अपनी दिशा बदल ली। पलासिया पुलिस कंट्रोल रूम में पहुंचे मेट्रो अधिकारियों ने साफ कर दिया कि पुलिस की चार प्रॉपर्टीज़ प्रोजेक्ट में जरूर आ रही हैं, लेकिन रानी सराय की इमारत को किसी भी कीमत पर नहीं तोड़ा जाएगा।
पहले इसी जगह विशाल मेट्रो स्टेशन और पार्किंग बनाने की योजना थी, पर जनआक्रोश और विरासत बचाने की मांग इतनी मजबूत थी कि मेट्रो टीम को मजबूरन रूट 200–300 मीटर तक खिसकाना पड़ा। अब नए प्लान के मुताबिक रानी सराय नहीं, बल्कि उसके पीछे स्थित अजाक थाना और खंडहर बन चुकी पुलिस लाइन हटाई जाएगी। पुलिस अधिकारियों ने दो दिनों में पुनः बैठक तय कर दी है। सहमति बनते ही कलेक्टर सहित अन्य विभागों को जोड़कर कार्यवाही शुरू होगी।
1.51 लाख में बसी थी इस इतिहास की नींव
सन 1907 महाराजा शिवाजीराव होलकर की पत्नी वाराणसी बाई जब जीवन के अंतिम दौर में थीं, तब उन्होंने यात्रियों की सुविधा के लिए रीगल तिराहे पर इस भव्य सराय का निर्माण करवाया था। इमारत की लागत थी 1,51,186 रुपए। इनमें से 1,25,000 रुपए स्वयं रानी ने दान किए थे और शेष महाराज ने पूरा किया। आज यह धरोहर सिर्फ दीवारें नहीं, बल्कि शहर की गौरवशाली पहचान है।
चार पुलिस प्रॉपर्टियाँ मेट्रो की मार में, लेकिन हल भी तैयार
मेट्रो प्रोजेक्ट इंदौर पुलिस की चार प्रमुख प्रॉपर्टीज़ को प्रभावित कर रहा है। विजय नगर थाना, पलासिया पुलिस लाइन, रानी सराय और मल्हारगंज थाना। मेट्रो अधिकारियों के अनुसार जिंसी बस स्टैंड के पास सरकारी प्रेस की लगभग एक एकड़ जमीन पर नया पुलिस थाना और क्वार्टर्स आसानी से बनाए जा सकते हैं।
मल्हारगंज थाना भी यहां शिफ्ट हो सकता है, क्योंकि दूरी महज 300 मीटर है। पलासिया पुलिस लाइन में रहने वाले कर्मचारियों को भी वहीं स्थानांतरित किया जा सकता है। उधर किला मैदान में सहकारिता विभाग की जमीन पर पहले से ही पुलिस का आईटीआई ऑफिस मौजूद है। वहीं नई बिल्डिंग खड़ी करने की भी पूरी गुंजाइश है।
रेलवे स्टेशन के करीब बनेगा मेट्रो स्टेशन – यात्रियों को सीधी कनेक्टिविटी
नए प्लान में मेट्रो लाइन रानी सराय परिसर के सरकारी कुएं के पास से गुजरेगी। पुलिस मुख्यालय के पीछे मौजूद जर्जर क्वार्टर्स और अजाक थाना गिराकर यहां मेट्रो स्टेशन और पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। यह स्टेशन रेलवे स्टेशन के बेहद करीब होगा, जिससे रेल यात्रियों को सीधे मेट्रो कनेक्टिविटी मिल सकेगी। शहर के यातायात में यह बड़ा गेमचेंजर साबित हो सकता है।
विजय नगर स्टेशन का समाधान भी रास्ते में
विजय नगर थाना क्षेत्र में मेट्रो टीम एक बंगला तोड़कर कार्य आरंभ कर चुकी है, मगर वहाँ कुछ तकनीकी और प्रशासनिक अड़चनें सामने आई हैं। जोन-2 डीसीपी कुमार प्रतीक अवकाश से लौटते ही मेट्रो टीम के साथ बैठक में इन मुद्दों को रखा जाएगा, जिसके बाद काम रफ्तार पकड़ने की उम्मीद है।