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VIDEO : इंदौर के रीगल चौराहे की पहचान… रीगल टॉकीज में लगी भीषण आग, लंबे समय से बंद पड़ी थी टॉकीज, जलकर खाक

इंदौर। इंदौर और चौराहे की पहचान बनी रीगल टॉकीज 85 वर्ष बाद बंद हो गई थी, वर्ष 2019 में लंबे समय की जद्दोजहद के बाद यह टॉकीज बंद हुई थी। शहर की रीगल टॉकीज में सोमवार को भीषण आग लग गई। सूचना मिलने पर पुलिस और दमकल की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। लेकिन, तब तक रीगल टॉकीज जलकर खाक हो हई। यदि रीगल टॉकीज के इतिहास की बात की जाए तो यहां देखी गई पहली फिल्म हरिश्चंद्र थी, जो 85 साल पहले यहां रिलीज हुई थी। वहीं, इस टॉकीज की अंतिम फिल्म ड्रीम गर्ल थी। जिसके बाद यह टॉकीज बंद हो गई थी।

दरअसल, वर्ष 2019 में कानूनी दांवपेच के बाद लीज का नवीनीकरण नहीं होने के बाद इस टॉकीज को नगर निगम ने अपने कब्जे में लेकर स्टॉपेज को बंद कर दिया था। जहां पर 85 वर्षों तक यह टॉकीज पूरे शहर के लिए एक मनोरंजन का साधन था। इस टॉकीज के बंद हो जाने के बाद रीगल चौराहे का नाम जस का तस रहा। लेकिन, चौराहे का नाम से जाने वाले रीगल ऑफिस बंद हो गया।

रीगल ऑफिस में महिलाओं के बैठने की अलग व्यवस्था थी

जानकारी के अनुसार, किसी जमाने में रीगल ऑफिस में उसी दर्शकों को प्रवेश मिलता था जो सूट पहनकर फिल्म देखने जाते थे, वहीं शहर के मध्य होने से यह टॉकीज दर्शकों की पहली पसंद बना हुआ था। 1940 से 1960 तक टॉकीज में महिलाओं के बैठने की एक अलग व्यवस्था थी। जो कि प्रदेश की एक अलग ही व्यवस्थाओं में से एक था। क्योंकि, अन्य जगह महिलाओं के लिए अलग बैठने की कोई व्यवस्था नहीं थी। लेकिन, रीगल ऑफिस के प्रबंधन द्वारा यह व्यवस्थाएं की गई थी। वर्तमान समय में रीगल टॉकीज की लीज खत्म होने के बाद यहां पर नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी की परियोजना के तहत यहां पर मेट्रो स्टेशन बनना प्रस्तावित है।

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(इनपुट – हेमंत नागले)

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