Naresh Bhagoria
6 Dec 2025
स्पोर्ट्स डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ द ओवल में खेले गए रोमांचक टेस्ट मुकाबले में आखिरी दिन 4 विकेट लेकर 6 रन से शानदार जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही भारत ने एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी को 2-2 से ड्रॉ करवा लिया। मुकाबले का आखिरी दिन जब शुरू हुआ, तब इंग्लैंड जीत की कगार पर था, लेकिन तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने 5 विकेट लेकर मैच का रुख ही पलट दिया।
दूसरी पारी में भारत द्वारा दिए गए 374 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने बेहतरीन शुरुआत की। तीसरे दिन के अंत तक इंग्लैंड 300 रन पर 3 विकेट खो चुका था और सभी को लग रहा था कि मेजबान टीम आसानी से जीत दर्ज कर लेगी। हैरी ब्रुक ने शानदार शतक लगाया, लेकिन जैसे ही वह आउट हुए, भारत ने वापसी शुरू कर दी। इंग्लैंड की पारी 354 रन पर 8 विकेट तक सिमट गई और जीत दूर होती चली गई।
मैच में भारत के सबसे प्रभावशाली गेंदबाज मोहम्मद सिराज रहे। उन्होंने दूसरी पारी में 5 विकेट लेकर न केवल रन बनाने की रफ्तार को रोका बल्कि बल्लेबाजी कर रहे निचले क्रम को संभलने नहीं दिया। आखिरी विकेट के लिए गस एटकिंसन और जोश टंग ने संघर्ष किया, यहां तक कि इंजर्ड क्रिस वोक्स भी एक हाथ से बैटिंग करने उतरे। लेकिन सिराज ने आखिरकार जोश टंग को आउट कर भारत को एक ऐतिहासिक जीत दिला दी।
हालांकि भारत पहली पारी में 23 रन से पिछड़ गया था, लेकिन दूसरी पारी में टीम ने 396 रन बनाकर इंग्लैंड पर दबाव बनाया। इस पारी में मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। भारत की यह पारी ही आखिरकार मैच का टर्निंग प्वाइंट साबित हुई। वहीं इंग्लैंड की टीम अपने मजबूत स्कोरिंग के बावजूद दबाव नहीं झेल पाई और करीबी अंतर से हार गई।
इस सीरीज ने कई ऐतिहासिक आंकड़े भी दिए। पहली बार टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 9 बल्लेबाजों ने एक ही सीरीज में 400+ रन बनाए हैं। इनमें भारत के 5 और इंग्लैंड के 4 बल्लेबाज शामिल हैं। इसके साथ ही यह टेस्ट इतिहास की दूसरी ऐसी सीरीज बनी है जिसमें 7,000 से अधिक रन बने हैं। इससे पहले 1993 की एशेज सीरीज में 7221 रन बने थे, लेकिन वह 6 मैचों की सीरीज थी, जबकि यह सिर्फ 5 मैचों की थी।