
हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी नगर निगम ने शहर में बने एक अवैध मदरसे को गुरुवार को बुलडोजर से गिरा दिया। बता दें कि यहां नमाज पढ़ने के लिए भी एक बिल्डिंग बनाई जा रही थी, उसे भी गिरा दिया गया। जिसके बाद गुस्साए लोगों ने पुलिस और प्रशासन के ऊपर पथराव कर दिया। इस दौरान चार लोगों की मौत हो गई, साथ ही 300 पुलिसकर्मी और निगम कर्मचारियों के घायल होने की खबर सामने आई है। इलाके में हिंसक स्थिति को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है।
उपद्रवियों ने थाने पर किया पथराव
उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने को चारों ओर से घेर कर पथराव करना शुरू कर दिया। साथ ही कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। यहां तक कि ट्रांसफॉर्मर में भी आग लगा दी, इससे इलाके में बिजली ठप हो गई। पथराव में SDM और पत्रकार भी चोटिल हुए हैं। पुलिस ने हवाई फायरिंग की और आंसू गैस के गोले छोड़कर उपद्रवियों को खदेड़ा।
दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश
हिंसा को देखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजधानी देहरादून में उच्च स्तरीय बैठक बुलाकर हालात की समीक्षा की। इसके साथ ही अराजक तत्वों से सख्ती से निपटने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। इसी के साथ डीएम ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही 9 फरवरी को स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा – अतिक्रमण कोर्ट के आदेश पर हटाया गया है। जिन लोगों ने हमला और आगजनी की है उनकी पहचान कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने दी जानकारी
उपद्रवियों ने मदरसा ढहाने वाले बुलडोजर से भी तोड़फोड़ की। नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने बताया कि, मदरसा और नमाज वाली जगह पूरी तरह अवैध है। नगर निगम ने तीन एकड़ जमीन को कब्जा मुक्त कराकर मदरसे और नमाज स्थल को सील किया था। कोर्ट के आदेश आने के बाद गुरुवार को इसे ध्वस्त किया गया।
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