Naresh Bhagoria
14 Dec 2025
बनासकांठा। गुजरात के बनासकांठा जिले में पाडलिया गांव में 13 दिसंबर की दोपहर अचानक हिंसा भड़क गई। Forest Dispute In Gujarat को लेकर वन विभाग, पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम पर करीब 500 लोगों की भीड़ ने हमला कर दिया। इस हमले में कुल 47 अधिकारी और कर्मचारी घायल हुए। प्रशासन ने तुरंत स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। इस हिंसक घटना ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टीम सर्वे नंबर 9 के इलाके में नर्सरी और पौधारोपण का काम कर रही थी। तभी वहां पहले से तैयार स्थानीय लोगों ने टीम पर अचानक हमला कर दिया। भीड़ ने पत्थर, गोफन, लाठियां और तीर-कमान का इस्तेमाल किया। जिसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई और कई सरकारी वाहनों में आग लग गई। घटना स्थल पर धुआं और भय का माहौल बन गया।
कुल 47 अधिकारी और कर्मचारी घायल हुए हैं। सभी घायलों को अंबाजी सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सबसे गंभीर चोट पुलिस इंस्पेक्टर आर.बी. गोहिल को लगी, जिन्हें प्राथमिक इलाज के बाद पालनपुर रेफर किया गया। अन्य घायलों के सिर, हाथ और पैरों में चोटें आईं। फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
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पुलिस ने हालात काबू में लाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन भीड़ और उग्र हो गई। हमले के दौरान सरकारी वाहनों को नुकसान पहुंचाने के साथ ही उसमें आग भी लगाई गई। पाडलिया गांव और आसपास के इलाकों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है।
प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला वन विभाग की जमीन और भूमि विवाद से जुड़ा प्रतीत होता है। दावा किया जा रहा है कि पाडालिया गांव में वन विभाग के सर्वे नंबर 9 क्षेत्र को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। घटना की जांच शुरू कर दी गई है। वीडियो फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर हमलावरों की पहचान की जा रही है। प्रशासन ने कहा है कि, दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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