
मप्र के शहडोल जिले के जयसिंहनगर फॉरेस्ट रेंज में चितराव गांव के पास जंगल में हाथियों ने पति-पत्नी को कुचल दिया। जिससे दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई है। पति-पत्नी जंगल में महुआ बीनने गए थे। इस घटना के बाद से इलाके में दहशत फैल गई है। वन विभाग और पुलिस का अमला हाथियों पर नजर रखे हुए है।
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छग से आए हाथियों का आतंक
पिछले कुछ समय से शहडोल इलाके में छत्तीसगढ़ से आए जंगली हाथियों का आतंक है। मंगलवार सुबह 5 बजे चितराव गांव के मोतीलाल बसोर और उनकी पत्नी मुलिया बाई महुआ बीन रहे थे। तभी हाथियों का दल वहां से गुजरा और उसने दोनों को कुचल दिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। वन परिक्षेत्र अमझोर, जयसिंहनगरऔर सीधी एवं जयसिंह नगर थाना प्रभारी अपने बल के साथ जंगल से लगे ग्रामीण क्षेत्रों में मुनादी करा रहे हैं। ग्रामीण को जंगल की तरफ नहीं जाने की समझाइश दी जा रही है।
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हाथियों का नया दल पहुंचा शहडोल
हादसे के बाद घटनास्थल पर पुलिस और वन विभाग के अधिकारी पहुंचे और शव को अपने कब्जे में ले लिया है। मुख्य वन संरक्षक केपी वर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ की तरफ से हाथियों का दल अनूपपुर होते हुए शहडोल के जंगलों में पहुंचा है। ये हाथियों का नया दल है। दल में दो बच्चे भी शामिल हैं, इसलिए हाथी अधिक संवेदनशील दिख रहे हैं। महुआ बीने गए दो लोगों को मंगलवार की सुबह कुचल दिया है दोनों पति पत्नी हैं जिनकी मौत हो गई है। आगे की कार्रवाई की जा रही है विभागीय गाइडलाइन के अनुसार सुरक्षा की पहल हो रही है।