नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ियों युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को अवैध ऑनलाइन बेटिंग ऐप 1xBet से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए समन जारी किया है। इसके अलावा इस मामले में बॉलीवुड की अभिनेत्री उर्वशी रौतेला और अभिनेता सोनू सूद को भी एजेंसी द्वारा बुलाया गया है।
जांच के अनुसार, यह मामला 1xBet नामक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़ा है। जिस पर आरोप है कि, इसने निवेशकों और आम लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी की और बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की।
ED ने पूर्व क्रिकेटर्स को किया तलब
- ED ने रॉबिन उथप्पा को 22 सितंबर और युवराज सिंह को 23 सितंबर को दिल्ली स्थित मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा है।
- युवराज सिंह: 2007 टी-20 और 2011 वनडे वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे। 2011 में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी बने।
- रॉबिन उथप्पा: 2007 टी-20 वर्ल्ड कप में भारत के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने वाले खिलाड़ी रहे।
- इसके अलावा अभिनेता सोनू सूद को 24 सितंबर को ED के सामने पेश होने का नोटिस मिला है।
- इससे पहले ED ने इस मामले में शिखर धवन, सुरेश रैना और हरभजन सिंह से भी पूछताछ कर चुकी है।
जांच के घेरे में बॉलीवुड हस्तियां
बंगाली एक्टर अंकुश हाजरा और पूर्व टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती से भी एजेंसी ने सवाल-जवाब किए। अभिनेत्री उर्वशी रौतेला को भी समन भेजा गया है, लेकिन वह अब तक पेश नहीं हुई हैं। एजेंसी उनकी प्रतिक्रिया का इंतजार कर रही है।
क्या है मामला?
1xBet अवैध ऑनलाइन बेटिंग ऐप है, जिस पर आरोप है कि:
- निवेशकों और आम लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की गई।
- बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की गई।
- ऐप का दावा है कि यह वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है और पिछले 18 सालों से बेटिंग इंडस्ट्री में है।
स्किल बेस्ड और चांस बेस्ड गेम्स का अंतर
स्किल बेस्ड गेम्स:
- खिलाड़ी की क्षमता और रणनीति पर निर्भर।
- उदाहरण: ड्रीम-11, शतरंज, पोकर, रम्मी।
- अभ्यास से सुधार संभव।
चांस बेस्ड गेम्स:
- परिणाम भाग्य और संयोग पर निर्भर।
- उदाहरण: लॉटरी, रूलेट, स्लॉट मशीन, क्रिकेट बेटिंग।
- बार-बार खेलने से जीतने की संभावना प्रभावित नहीं होती।
- सरकार ने हाल ही में ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 पास किया, जिसके बाद फैंटेसी गेम्स और ऑनलाइन बेटिंग एप्स पर पूरी तरह पाबंदी लगाई गई है।
सरकार और मंत्रालय की प्रतिक्रिया
अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऑनलाइन बेटिंग गेम्स से मानसिक और आर्थिक नुकसान बढ़ रहा है। अनुमान है कि करीब 45 करोड़ लोग प्रभावित हैं और मिडिल-क्लास परिवारों को 20,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। WHO ने इसे गेमिंग डिसऑर्डर के रूप में मान्यता दी है।